देश के पहले ऊर्जा एक्सचेंज इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (आईईएक्स) ने शुक्रवार से काम करना शुरू कर दिया है।
फिनांशल टेक्नोलॉजीज और पावर ट्रेडिंग कारपोरेशन इंडिया द्वारा प्रवर्तित इस एक्सचेंज में आईडीएफसी, अडानी एंटरप्राइजेज, रिलायंस एनर्जी, लैंको इंफ्राटेक, रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कारपोरेशन और टाटा पावर की हिस्सेदारी है। पर सबसे ज्यादा 90 फीसदी हिस्सेदारी फिनांशल टेक्नोलॉजीज की है, जबकि शेष 10 फीसदी हिस्सेदारी अन्य कंपनियों के पास है।
पहले चरण में हिस्सेदारी के लिए 50 से अधिक सदस्यों और उपभोक्ता कंपनियों की पहचान की गई है। शुक्रवार को जिन प्रमुख ग्राहकों ने एक्सचेंज के कारोबार में हिस्सा लिया उनमें महाराष्ट्र, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और मध्य प्रदेश शामिल हैं।
आईईएक्स के अध्यक्ष वेंकट चारी ने बताया कि आज से देश के पहले पावर एक्सचेंज में पावर ट्रेडिंग की शुरुआत के साथ ही उद्योगों की सारी मेहनत सफल हो गयी। उल्लेखनीय है कि 9 जून को केंद्रीय बिजली नियामक आयोग (सीईआरसी) ने आईईएक्स को काम-काज शुरू करने की अनुमति दे दी थी। बिजली क्षेत्र के इस नियामक ने आईईएक्स को यह भी निर्देश दिया था कि एक्सचेंज यह सुनिश्चित करे कि उसके किसी भी अधिकारी का ग्राहक से कोई संबंध न रहे।