शेयर बाजार में स्थिरता भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआइसी) के लिए शेयर बाजार में निवेश करने के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
एलआईसी भारत का सबसे बड़ा घरेलू संस्थागत निवेशक है। शेयर बाजार में अनिश्चितता के माहौल को लेकर एलआईसी सतर्क है। इस साल एलआईसी शेयर बाजार में 45,000 करोड़ रुपये का निवेश करना चाह रही है लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए ऐसी संभावना बन रही है कि एलआईसी इनमें से कुछ एक हजार करोड़ रुपये डेट मार्केट में निवेश कर सकती है।
एलाईसी के प्रबंध निदेशक थॉमस मैथ्यू ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि, हालांकि अभी अनिश्चितता का वातावरण अपने शुरूवाती दौर में है और उम्मीद हैं कि बाजार में अनिश्चितता का माहौल अक्तूबर -नवंबर तक रह बना रह सकता है। मैथ्यु ने कहा कि फिलहाल डेट मार्केट में काफी संभावनाएं नजर आ रही है और हमारा मुख्य लक्ष्य अपने पॉलिसीधारकों के हितों की रक्षा करना है जिन्होंने हम पर विश्वास जताते हुए अपना पैसा निवेश किया है।
पिछले साल एलआईसी का अनुमानित निवेशित कोष 1,50,000 करोड़ रुपये के आसपास था और इसके बढ़कर 1,75,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाने की उम्मीद है। वित्त्त वर्ष 2007-08 के 30,000 करोड़ रुपये की तुलना में इस साल एलआईसी का डेट फंड में निवेश 45,0000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाने की उम्मीद है।
हालांकि अभी एलआईसी शेयर पर ज्यादा निवेश कर रही है और निवेशकों के हितों पर ज्यादा ध्यान दे रही है। बिजनेस प्लान के अनुसार एलआईसी अपने नए शेयरों की बिक्री से 57,000 करोड़ रुपये की उगाही करना चाह रही है। पिछले वर्ष यह राशि 43,000 करोड़ रुपये थी। गौरतलब है कि अकेले यूलिप्स की बिक्री से लगभग 70 प्रतिशत राशि की उगाही की उम्मीद है। इसके अलावा एलआईसी को पूर्व में बेचे गए अपने प्रीमियमों से 100,000 करोड़ रुपये मिलने का उम्मीद है।