निजी क्षेत्र के सहारे मिलेगी पर्यटन को गति | रोहिताश्व कृष्ण मिश्रा / भोपाल April 06, 2011 | | | | |
मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम निजी-सार्वजनिक जिस्सेदारी (पीपीपी) के तहत राज्य के बड़े बांधोंं के सहारे पर्यटन को गति देने की योजना बना रहा है। योजना के तहत इंदिरा सागर, गांधी सागर, बरगी, तवा और बांध सागर के आस-पास पर्यटन सुविधा विकसित की जायेगी।
साथ ही इनके जलाशयों में क्रूज-बोट चलाने की भी तैयारी है। निगम इसके लिए अपनी 500 एकड़ जमीन का इस्तेमाल करेगा। पूरी परियोजना में 200 करोड़ से ज्यादा के निवेश की उम्मीद है।
पर्यटन निगम के प्रबंध संचालक हरिरंजन राव ने बताया कि निगम अपनी आय बढ़ाने के लिए पर्यटन को विस्तार देने में लगा है। हमने प्रदेश के बड़े बांधों की पहचान कर ली है। इंदिरा सागर के लिए निविदा जारी हो चुकी है। इंदिरा सागर में 10-10 एकड़ के 2 प्लाट भी उपलब्ध कराए गए हैं।
राव ने बताया कि इंदिरा सागर के बाद गांधी सागर, बांध सागर और बरगी में प्राइवेट कंपनियों को बुलाया जायेगा। प्रोजेक्ट के लिए निगम ने प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड से अनुमति मांगी है। पर्यटक अगले 10 से 12 महीने इस सुविधा का मजा ले सकेंगे।
वर्तमान में राज्य के कुछ छोटे बांधों में बोट आदि चलाए जा रहे हैं। हालांकि इन बांधों में आने वाले पर्यटकों की संख्या न के बराबर है। लिहाजा, पर्यटकों की संख्या बढ़ाने और आमदनी में इज़ाफे के लिए बड़े बांधों को चुना गया है। हालांकि बांधों में पानी का स्तर बढऩे और वर्षा के समय पर्यटकों को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल सकेगा।
पुराने किलों का पर्यटन
पुराने किलों का पर्यटन विस्तार में इस्तेमाल करने के लिए इन्हें हैरिटेज होटल का रूप दिया जा रहा है। निगम ने इसके लिए 12-14 गढ़ी महलों को तलाशा है। इन महलों के लिए सर्वे काम हो चुका है।
मई-जून तक इन्हें हैरिटेज होटल के रूप में बदला जा सकेगा। इस महीने के अंत तक दतिया के राजगढ़ पैलैस के लिए निविदा जारी की जायेगी। राज्य के पुराने किलों में होटल समूह भी काफी रुचि ले रहे हैं। वर्तमान में ऑबेराय समूह, दिल्ली का मैकपै समूह और द वैलकम समूह ने प्रदेश में किलों को हैरिटेज होटल बना रखा है।
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