मार्च अंत तक 12 और बैंक देंगे मोबाइल भुगतान सेवा | बीएस संवाददाता / मुंबई March 17, 2011 | | | | |
अंतरबैंक मोबाइल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) में चालू वित्त वर्ष के अंत तक एक दर्जन से अधिक और बैंकों के शामिल होने की संभावना है। देश में फिलहाल 13 बैंक यह सेवा दे रहे हैं। आईएमपीएस ने कहा कि मोबाइल बैंकिंग भुगतान सेवा फिलहाल 13 बैंक दे रहे हैं और मार्च 2011 तक 12 और बैंकों के इस सेवा में शामिल होने की संभावना है।
फोरम के मुताबिक बैंकों द्वारा मोबाइल भुगतान सौदा नैशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एपीसीआईएल) उपलब्ध कराता है जबकि कोष का निपटान क्लियरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया कर रहा है। एमपीएफआई आईआईटी-मद्रास के आरटीबीआई (रूरल टेक्नोलॉजी ऐंड बिजनेस इनक्यूबेटर) और आईडीआरबीटी (इंस्टीट्यूट फार डेवलपमेंट एंड रिसर्च इन बैंकिंग) का संयुक्त उद्यम है।
ग्राहकों के लिए मोबाइल पेमेंट सेवा बेहतर है क्योंकि वे न केवल घर बैठक अपने खातों में नकदी की स्थिति का पता लगा सकते हैं बल्कि किसी भी समय कहीं से भी कोष स्थानांतरण कर सकते हैं। उन्हें उसी समय भुगतान सौदे के बारे में पुष्टि हो जाती है।
फिलहाल कुछ बैंक ग्राहकों को मोबाइल बैंकिंग सोल्यूशन आधारित प्रौद्योगिकी का लाभ देने और उसे बढ़ावा देने के मकसद से यह सेवा मुफ्त दे रहे हैं। एमपीएफआई को उम्मीद है कि भविष्य में मोबाइल भुगतान की लागत कम ही रहेगी। इसका कारण बड़े पैमाने पर होने वाला इसका उपयोग है।
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