पंजाब ऐल्कलीज ऐंड केमिकल्स लिमिटेड (पीएसीएल) में पंजाब राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड की 44.26 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए अभिरुचि पत्र (ईओआई) जमा करने की आखिरी तारीख को 2 अगस्त 2010 से बढ़ाकर 16 अगस्त 2010 कर दिया गया है।हालांकि, संबंधित अधिकारियों से इस खबर की पुष्टिï के लिए संपर्क नहीं हो पाया लेकिन सूत्रों ने यह बताया कि सरकार ने तारीख बढ़ाने का फैसला इसलिए किया है ताकि ज्यादा से ज्यादा बोली लगाने वाले इस प्रक्रिया में हिस्सा ले सकें।पंजाब विनिवेश निदेशालय ने पीएसीएल में निगम की हिस्सेदारी बेचने के लिए इससे पहले प्रतिस्पर्धात्मक बोली के जरिए वैश्विक अभिरुचि पत्र आमंत्रित किए थे। इसने आईएफसीआई लिमिटेड को इस सौदे के लिए वैश्विक सलाहकार भी नियुक्त किया था।30 जून 2010 को पीएसीएल में निगम के अलावा आम निवेशकों, कॉरपोरेट घरानों, म्युचुअल फंड, बैंकों और विदेशी संस्थागत निवेशकों की क्रमश: 35.82 फीसदी, 19.79 फीसदी, 0.06 फीसदी, 0.05 फीसदी और 0.02 फीसदी हिस्सेदारी थी।पीएसीएल अभी घाटे में चल रही है। 31 मार्च 2010 को समाप्त वित्त वर्ष में पीएसीएल को 22.41 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ है। वहीं इसके पिछले वित्त वर्ष यानी 2008-09 में कंपनी को 7.12 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी की बिक्री भी घटती जा रही है। वित्त वर्ष 2009-10 में कंपनी की बिक्री 24.11 फीसदी घटकर 153.66 करोड़ रुपये रह गई। जबकि इसके पहले वाले वित्त वर्ष में कंपनी की बिक्री 202.48 करोड़ रुपये थी।पीएसीएल कंपनी की प्रवर्तक पीएसआईडीसी है। पीएसआईडीसी एक सरकारी कंपनी है और इसका स्वामित्व पंजाब सरकार के पास है। पीएसीएल की उत्पादन इकाई पंजाब के रोपड़ जिले के नया नांगल में है।कॉस्टिक सोडा के उत्पादन के मामले में यह इकाई देश की सबसे बड़ी इकाइयों में से एक है। इसकी उत्पादन क्षमता 99,000 टन सालाना है। यह कंपनी कॉस्टिक सोडा, लिक्विड क्लोरीन, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, सोडियम हाइपोक्लोराइट और हाइड्रोजन गैस बनाने और बेचने का काम करती है।
