नालागढ़ स्टील रोलिंग मिल्स प्राइवेट लिमिटेड अपने आपको पूरी तरह बदलने की जुगत में है।
अगर सब कुछ योजनाबध्द तरीके से चलता रहा तो विभिन्न स्टील उत्पादों को बनाने वाली यह कंपनी जल्द ही बिजली क्षेत्र में प्रवेश कर जाएगी। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में हाइड्रो पावर प्लांट (पनबिजली परियोजना) की स्थापना के लिए कंपनी ने बोली लगाई है और अगर इस बाबत प्रस्ताव पर मुहर लग जाती है तो फिर यह कंपनी बिजली उत्पादन की क्षेत्र में अपना उद्यम शुरू कर सकेगी।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में नालागढ़ स्टील रोलिंग मिल्स प्राइवेट लिमिटेड स्टील उत्पादन की क्षेत्र से जुड़ी है और एंगेल, चैनल जैसी संरचनात्मक उत्पादों का निर्माण करती है। हालांकि इसी दौरान कंपनी ने नालागढ़ में एक नई रोलिंग इकाई की स्थापना करने की भी घोषणा की है। इसके लिए कंपनी करीब 20-25 करोड़ रुपये निवेश करेगी। कंपनी के प्रबंध निदेशक रवींद्र बंसल ने बताया कि फिलहाल कंपनी द्वारा प्रति महीने 6000 मिट्रिक टन स्टील का उत्पान किया जा रहा है।
कंपनी को उम्मीद है कि नई रोलिंग इकाई की स्थापना के बाद प्रति महीने स्टील का उत्पादन 9000 मिट्रिक टन संभव हो सकेगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस क्षेत्र में स्टीलकी क्षमता बढ़ाए जाने से बाजार में हो रही स्टील की कमी को पाटने में मदद मिलेगी। कंपनी की टर्नओवर की चर्चा करते हुए बंसल ने बताया कि अंतिम वित्त वर्ष में कंपनी का टर्नओवर करीब 175 करोड़ रुपये था।
अब कंपनी की योजना वर्तमान वित्त वर्ष में कुल टर्नओवर को करीब 250 करोड़ रुपये करने की है। बंसल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, चंडीगढ़ और हरियाणा में मजबूत डीलरशिप विकसित करने के अलावा कंपनी की नजर सरकार की सप्लाई हिस्से को भी पाने की है। कंपनी के अधिकारियों ने हालंकि माना है कि देश में इस्पात की बढ़ती मांग के मद्देनजर वह एक और रोलिंग इकाई की स्थापना कर सकती है।