कोयला क्षेत्र को माफिया मुक्त करेगी सरकार | बीएस संवाददाता / नई दिल्ली May 25, 2010 | | | | |
देश के कोयला क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार को स्वीकार करते हुए केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि सरकार इस क्षेत्र को माफिया के चंगुल से 'धीरे धीरे' बाहर निकालने के कदम उठाएगी।
उन्होंने कहा कि देश भर में करीब 10,000 कोयला माफिया सक्रिय हैं। जायसवाल ने कहा, 'दुर्भाग्य से कोयला उत्पादक राज्यों में जुड़वां समस्याएं हैं। इस क्षेत्र में नक्सलवाद भी है और माफिया भी सक्रिय हैं। नक्सल समस्या हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है, लेकिन अन्य समस्याओं पर मैं पूरा ध्यान दूंगा। मैं माफिया राज खत्म करना चाहता हूं।'
उन्होंने कहा, 'यह चीज 25-30 साल में बिगड़ी है। तीस साल की बिगड़ी हुई व्यवस्था को हम साल दो साल में लाइन पर ले आएंगे यह तो हम नहीं कह सकते। लेकिन आपको यह लगेगा कि चीजें धीरे-धीरे लाइन पर आ रही हैं।'
उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय ऐसी व्यवस्था करेगा कि कोयला क्षेत्र में माफिया तंत्र की सक्रियता और भ्रष्टाचार की गुंजाइश 'कम से कम' हो। जायसवाल ने संप्रग सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ के मौके पर हुई बातचीत में कहा, 'हम यह गारंटी नहीं दे सकते कि हम इसे सामान्य स्तर पर पहुंच देंगे।'
उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक वृध्दि तेज होने के साथ कोयले की मांग बहुत तेजी से बढ रही है। इसके पूरा करने के लिए आयात जरूरी है। जायसवाल ने कहा कि सरकार कायले के सीधे आयात की बजाय विदेशों में कोयला कंपनियों के साथ संयुक्त उद्यम स्थापित कर ऐसे उपक्रमों के जरिए कोयला मंगाने को तरजी देगी।
जायसवाल ने कहा, 'अगर हम 5 प्रतिशत उत्पादन बढाते हैं तो मांग 10 प्रतिशत बढ़ जाती है। इसलिए बगैर विदेशी कोयला के आयात के हम देश देश की जरूरत नहीं पूरा कर सकते।'
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