एक ही दिन में वोलैटिलिटी सूचकांक उछला | बीएस संवाददाता / मुंबई May 25, 2010 | | | | |
भारत का वोलैटिलिटी सूचकांक मंगलवार को बाजारों में भारी गिरावट के कारण एक ही दिन में दो अंकों में उछल गया।
स्पेन के बैंकों तक चिंता के झोंके और दोनों कोरिया में नोंकझोंक के चलते मंगलवार को दुनियाभर के बाजार औंधे मुंह गिरे हैं। वोलैटिलिटी सूचकांक 31.30 पर खुला था और बढ़कर 35.86 तक पहुंच गया था।
अंत में यह 34.52 पर बंद हुआ। इस तरह इसमें पिछले कारोबारी दिवस के मुकाबले 10.29 फीसदी की उछाल आई। इस बीच निफ्टी 2.78 प्रतिशत गिरा और 137.20 अंकों की गिरावट के साथ 4806.75 पर बंद हुआ।
संयोग से इस कैलेंडर वर्ष में यह आठवीं बार है जब वोलैटिलिटी सूचकांक एक ही दिन में 10 प्रतिशत से ज्यादा उछला है। अलबत्ता, इस साल 19 मई को वोलैटिलिटी सूचकांक लगभग 21 प्रतिशत बढ़ा था।
आम भाषा में वोलैटिलिटी सूचकांक बाजार के उतार-चढ़ाव की उम्मीदों का पैमाना होता है, फिर भले बी बाजर में बढ़ोतरी हो या गिरावट आए। सूचकांक इस लिहाज से अहम होता है कि निकट भविष्य में बाजार में कितनी बढ़त हो सकती है या वह गिर सकता है। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के अनुसार वोलैटिलिटी सूचकांक निफ्टी ऑप्शन की कीमतों पर आधारित है।
हालांकि बाजार विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत का वोलैटिलिटी सूचकांक अभी भी चिंताजनक स्तरों से दूर है। लेकिन अगर यह 50 के पार चला गया तो कारोबारियों की धड़कन जरूर बढ़ जाएगी।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के डेरिवेटिव प्रमुख टी एस हरिहर कहते हैं,हालांकि वोलैटिलिटी सूचकांक में आज 10 फीसदी का इजाफा हुआ है, पर लगता नहीं कि इसे लेकर ज्यादा चिंता करने की फिलहाल कोई जरूरत है। वह इसलिए कि भारत का यह सूचकांक निचले स्तरों पर कारोबार करता है।
इसका औसत 28 के करीब रहा है। इसलिए हम औसत से थोड़ा ही ज्यादा पर हैं। पर अगर यह 50 के पार चला गया तो जरूर चिंता की बात होगी क्योंकि सूचकांक के 50 और 75 के बीच रहने का मतलब है बाजार में भारी गिरावट।
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