मुंबई में वाई-फाई में असुरक्षा भी हाई | साइबर नेटवर्क की सुरक्षा के लिए मुंबई में चल रहा है साइबर सुरक्षा सप्ताह | | बीएस संवाददाता / मुंबई May 24, 2010 | | | | |
मुंबई शहर के वाई-फाई वायरलेस नेटवर्क पर की गई एक सर्वे रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि पूरे शहर में 4700 वाई-फाई नेटवर्क सुरक्षा की दृष्टि से बेहद कमजोर है। इसलिए इनमे हैकर्स आसानी से घुसपैठ कर सकते हैं।
दरअसल इस सर्वे की कवायद मुंबई में चल रहे साइबर सुरक्षा सप्ताह का हिस्सा है जिसमे मुंबई पुलिस के साथ नैस्कॉम, आईएमसी, टीई और फिक्की जैसी औद्योगिक संस्थाओं के अलावा सीडीएसी और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग जैसे सरकारी निकाय भी सहयोग कर रहे हैं।
आयोजन की सूचना सहयोगी कंसल्टिंग फर्म केपीएमजी है। केपीएमजी के कार्यकारी निदेशक नितिन खानपुरकर ने कहा 'शहर में वायरलेस नेटवर्क की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। जबकि इनके उपयोग के संबंध में जागरूकता का अभाव है।
वायरलेस सुरक्षा के मामले में की जानेवाली लापरवाही कभी भी घातक हो सकती है। कम सुरक्षा वाले नेटवर्क हैकर्स का आसान निशाना होते हैं इसलिए इनके दुरुपयोग का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। हमे यह जानकार आश्चर्य हुआ कि व्यापारिक उपयोग के लिए लगाये गये बहुत सारे नेटवर्क भी असुरक्षित हैं।'
अगर आप 25 मई को फीनिक्स मिल्स के किसी मॉल में जाएंगे तो आपको वहां मुबंई पुलिस कमिश्नर डी शिवानंदन, युवाओं के साथ सांप-सीढ़ी का खेलते दिखाई दे सकते हैं। इस खेल के बोर्ड पर 1 से 99 तक की संख्या लिखी होगी और साथ ही एक कैप्शन 'क्या आपने कभी अपना ऑनलाइन पासवर्ड किसी के साथ शेयर किया है' भी लिखा होगा।
यदि खिलाड़ी का जवाब हां में है, तो वह सांप की पूंछवाले हिस्से में पहुंच जाएगा। यह आयोजन पूरे सप्ताह मुंबई शहर में सायबर सुरक्षा के तहत चलने वाली विभिन्न गतिविधियों का हिस्सा है। पूरे आयोजन को समर्थन देने के लिए राज्य के गृह मंत्री आरआर पाटिल भी चुनिंदा कार्यक्रमों में मौजूद रहेंगे।
यदि आप फोनिक्स मिल वाले मॉल में इस आयोजन में शामिल नहीं हो पाएं तो चिंता की कोई बात नहीं है आप शहर के 2 अन्य मॉलों में जाकर अपनी यह इच्छा पूरी कर सकते हैं। इसके अलावा आप 27 मई को शिवानंद से वीडियो चैट भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको रिलायंस वेब वर्ल्ड तक ही जाना होगा।
इंटरनेट विशेषज्ञ और कुछ आयोजनों की आयोजन समिति के सदस्य विजय मुखी ने कहा, 'हमने उद्योग संघों और टेलीफोन कंपनियों को कहना शुरू कर दिया है कि वे वीडियो चैट के लिए जितना हो सके उतने अधिक मेल और मैसेज भेजें। हमने केबल ऑपरेटरों और डाइरेक्ट-टू-होम ऑपरेटरों से अपील की है कि वे वीडियो चैट का प्रसारण कार्यक्रम के बाद ही करें।'
मुखी ने बताया कि इसी कड़ी में मुंबई पुलिस के 50 पुलिस अधिकारियों को बीपीओ डब्ल्यूएनएस के मुख्यालय जाकर देखना था की बीपीओ कैसे काम करता है। अधिकांश पुलिस अधिकारियों को नहीं पता है कि बीपीओ कर्मी रात मे काम क्यों करते हैं। इससे उन्हें उनकी कार्यप्रणाली समझने में मदद मिलेगी।
मोशन पिक्चर एसोसिएशन ऑफ अमेरिका (एमपीएए) भी इस आयोजन में भाग ले रहा है और वह साइबर अपराधों से संबंधित हिंदी, अंग्रेजी और मराठी में 9000 कॉमिक्स का वितरण करेगा। इसका उद्देश्य युवाओं को इस संबंध में जागरूक करना है।
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