बरकरार नहीं रहेगी निफ्टी में आई तेजी | बीएस संवाददाता / मुंबई May 20, 2010 | | | | |
यूरोपीय संकट की वजह से घरेलू शेयर बाजारों में आई गिरावट की आंधी गुरुवार को थम सी गई और सूचकांक अच्छी-खासी बढ़त पर बंद हुए, लेकिन यह तेजी आगे भी बरकरार रहने की संभावना कम ही है।
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 27.95 अंकों की तेजी के साथ 4,947 के स्तर पर और बैंक निफ्टी 66.25 अंकों की बढ़त के साथ 9,174.60 के स्तर पर बंद हुआ। दरअसल गुरुवार को यूरोपीय शेयर बाजारों में भी शुरुआती कारोबार के दौरान बढ़त दर्ज की गई। यही वजह रही कि घरेलू शेयर बाजारों का रुझान मजबूत हुआ।
बुधवार को घरेलू शेयर बाजारों में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। यूरोप का एफटीएसई, सीएसी और डैक्स सूचकांकों में शुरुआती कारोबार के दौरान तकरीबन 1 फीसदी तेजी आई। बुधवार को ये सूचकांक 3 फीसदी टूट गए थे। ये आंकड़े भ्रामक हो सकते हैं और संभव है कि यह तूफान के बाद वाली शांति जैसी स्थिति हो।
हालांकि आज पूरा दिन बाजार में तेजी रही, लेकिन यूरोपीय शेयर बाजार खुलने से पहले बाजार ने बढ़त का अधिकांश हिस्सा गंवा दिया था। कम-से-कम दो मौके ऐसे आए जब सूचकांकों की बढ़त तेजी से हवा होती प्रतीत हुई। यही वजह है बाजार में सुधार की स्थिरता के प्रति अब भी आशंका बनी हुई है।
बहरहाल फलों, सब्जियों और कुछ दालों के भाव बढ़ने की वजह से इस वर्ष 8 मई को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान देश में खाद्य मुद्रास्फीति की दर 0.05 प्रतिशत अंक चढ़कर 16.49 फीसदी हो गई। इससे पिछले सप्ताह यह दर 16.44 फीसदी थी। सालाना आधार पर दालों के दाम 33.65 प्रतिशत ऊंचे रहे, जबकि फलों की कीमतें औसतन 17 प्रतिशत चढ़ी हैं।
दिसंबर में खाद्य मुद्रास्फीति 20 प्रतिशत ऊपर चली गई थी। लेकिन बाजार के रुझान पर इन आंकड़ों का कोई खास असर नहीं दिखा। एनएसई में गुरुवार को सबसे ज्यादा कारोबार सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस कंपनी ओएनजीसी के शेयरों का हुआ।
सरकार की ओर से प्राकृतिक गैस की कीमत दोगुनी किए जाने की वजह से इस कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग 8.96 फीसदी बढ़त के साथ 1,117 रुपये के स्तर पर बंद हुई।
इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों की भी जबरदस्त ट्रेडिंग हुई और ये शेयर 1.14 प्रतिशत बढ़त के साथ 836.10 रुपये के स्तर पर बंद हुए। लेकिन टाटा मोटर्स का शेयर 0.20 फीसदी गिरावट के साथ 713.50 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
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