भूतल परिवहन मंत्रालय राजमार्गों के विकास के लिए वित्त वर्ष 2009-10 में आवंटित 30,000 करोड़ रुपये में से केवल 40 फीसदी का ही इस्तेमाल कर सका है। इससे राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण की धीमी गति का अंदाजा लगता है।आवंटित राशि खर्च करने में नाकाम रहने के बावजूद मंत्रालय की 20 किलोमीटर रोजाना सड़क निर्माण के महत्वकांक्षी कार्यक्रम के लिए अगले 15 साल तक 20,000 करोड़ रुपये का वार्षिक ऋण लेने की योजना है।वित्त वर्ष 2009-10 के लिए राजमार्ग विकास पर योजना आयोग की रिपोर्ट के अनुसार मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2009-10 में राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (एनएचडीपी) के विभिन्न चरणों के तहत केवल 11,608 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि लक्ष्य 29,934.67 करोड़ रुपये करने का था।इस मामले में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री कमलनाथ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।
