आने वाले दिनों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार देश में नए विश्वस्तरीय स्मार्ट शहरों का विकास करना चाहती है। इन शहरों के विकास के लिए एक पायलट परियोजना पर काम किया जा रहा है। यह परियोजना डेढ़ साल में बनकर तैयार हो जाने की संभावना है। इन आधुनिक शहरों को भविष्य में होने वाले बदलावों के लिहाज से सभी सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इस परियोजना पर काम करने वाली कंपनियों में जापान की हिताची, मित्सुबिशी, जेजीसी और तोशिबा शामिल हैं। इन शहरों में ऐसा बंदोबस्त किया जाएगा ताकि कम से कम प्रदूषण हो, बेहतर बिजली आपूर्ति हो और परिवहन व्यवस्था भी दुरुस्त रहे। पर्यावरण को ध्यान में रखकर विकसित किए जाने वाले इन शहरों के साथ ही मालवाहक गलियारों का भी निर्माण किया जाएगा। दिल्ली और मुंबई के बीच विकसित किया जाने वाले यह गलियारा छह राज्यों उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने कहा, 'चंडीगढ़ के बाद आधुनिक शहरों के विकास का यह पहला गंभीर प्रयास है।' इन आधुनिक शहरों में पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए कई विशेष सुविधाएं विकसित की जाएंगी। ऊर्जा संरक्षण के लिए इन शहरों में विशेष तकनीक अपनाई जाएगी। ऐसा अनुमान है कि अगले दशक तक दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा से सटे औद्योगिक शहरों में रोजगार के मौके दोगुने हो जाएंगे। साथ ही इस दौरान इन शहरों का औद्योगिक उत्पादन के तीन गुना और निर्यात के चार गुना हो जाने का अनुमान भी लगाया जा रहा है। हरियाणा, महाराष्ट्र और गुजरात में पायलट परियोजना पर काम शुरू हो गया है। शर्मा कहते हैं, 'औद्योगिक विस्तार के साथ प्रदूषण भी बढ़ता है। इसलिए यह प्रयास इस बात के लिए किया जा रहा है कि विकास पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए हो न कि इससे पर्यावरण को नुकसान हो। इन शहरों के हर चीज को रिसाइकिल किया जाएगा।' दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरीडोर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक अमिताभ कांत कहते हैं, 'स्थिर विकास की अवधारणा के मामले में जापान सबसे आगे है। पर्यावरण के अनुकूल होने की वजह से जापान की कितायुशु की ख्याति दुनिया भर में है। इस शहर में पर्यावरण संरक्षण नीति और उद्योग प्रोत्साहन नीति को बखूबी जोड़ा गया है। हमारा मकसद उनसे सीखना और औद्योगिक गलियारे से सटे विकसित किए जाने वाले आधुनिक शहरों में उन बातों को लागू करना है।' पायलट परियोजना पूरा हो जाने के बाद गुजरात और महाराष्ट्र में तीन बड़े शहर विकसित किए जाएंगे। इनमें से पहला गुजरात के धोलेरा में विकसित किया जाएगा। जारी... शुरू हो गया है पायलट परियोजना पर काम दिल्ली और मुंबई के बीच बनेगा विशेष मालवाहक गलियारा गुजरात और महाराष्ट्र में बनाए जाएंगे 3 आधुनिक शहर
