यूनान के तूफान से बाज़ार हुए हलकान | बीएस संवाददाता / मुंबई April 28, 2010 | | | | |
ग्रीस यानी यूनान में वित्तीय संकट गहराने की आशंका क्या बढ़ी, दुनिया भर के शेयर बाजार दहल गए।
इसका असर देसी बाजारों पर भी आज दिखा और विदेशी फंडों की बिकवाली की बारिश के बीच बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 310.54 अंक लुढ़क गया। सेंसेक्स 3 महीने के न्यूनतम स्तर 17,380.08 अंक पर बंद हुआ।
दिन में बिकवाली का आलम यह था कि सेंसेक्स में शामिल 30 में 25 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का एसऐंडपी एसएनएक्स निफ्टी भी 92.90 अंक टूटकर 5215.45 पर बंद हुआ। एनएसई पर लगभग सभी प्रमुख सेक्टर सूचकांक आज 1 फीसदी से ज्यादा गिरावट के साथ बंद हुए।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर आज 41.10 रुपये टूटकर 1,017 रुपये पर बंद हुआ और इन्फोसिस का शेयर 41.10 रुपये गिरकर 2,700.55 रुपये पर बंद हुआ। सेंसेक्स में इन दोनों का लगभग 23 फीसदी भारांश है। उनके अलावा टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस और भारती एयरटेल के शेयर भी नीचे आए।
विश्लेषक मान रहे हैं कि दुनिया भर के ग्रीस संकट का असर अभी और होगा। इसका सीधा असर देसी बाजारों पर पड़ता रहेगा। स्टैंडर्ड ऐंड पुअर्स ने मंगलवार को ग्रीस के ऋण की रेटिंग बहुत कम कर दी थी। इसके अलावा पुर्तगाल की रेटिंग में भी कमी कर दी गई।
एजेंसी ने बॉन्डधारकों से कहा कि अगर ग्रीस में कर्ज का पुनर्गठन किया जाता है तो उन्हें अपने आरंभिक निवेश का केवल 30 फीसदी वापस मिल पाएगा। यूरो 1999 में लागू हुआ था और उसके बाद से यह मुद्रा चलाले वाले किसी भी देश का निवेश ग्रेड पहली बार कम किया गया है।
इससे अमेरिकी और यूरोपीय शेयर बाजारों को तगड़ा धक्का लगा। लंदन का बेंचमार्क एफटीएसई 100 सूचकांक 0.30 फीसदी गिर गया। फ्रैंकफर्ट का डैक्स 30 तकरीबन 0.30 फीसदी टूटा और पेरिस का कैक 40 कुल 0.76 फीसदी गिरकर बंद हुआ। एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 225 सूचकांक 206.36 अंक की गिरावट के साथ खुला।
ऐंबिट कैपिटल के मुख्य कार्य अधिकारी ऐंड्रयू हॉलैंड ने कहा, 'बाजार बहुत दिनों से अपशकुन को टाल रहा था। ग्रीस की दिक्कत से हम सभी वाकिफ थे और मुझे इसमें नया डर नहीं दिखता। हां, अगर यूरोपीय संघ ग्रीस को संकट से नहीं निकालता तो मुझे फिक्र होती। लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं है।'
दिखने लगी मझधार
ग्रीस में गहरा गया कर्ज़ का संकट
बौखलाए विदेशी फंडों की बिकवाली
सेंसेक्स 311, निफ्टी 93 अंक गिरा
एशियाई, यूरोपीय बाजा़र भी औंधे
शेयर बाज़ार में गिरावट देख रुपये की हालत भी पतली हो और डॉलर के मुकाबले वह 20 पैसे गिर गया। कुछ दिन पहले ताल ठोक रहा रुपया 44.64 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
एशिया के बाज़ारों में कच्चे तेल का भाव भी इस संकट के कारण 82 डॉलर प्रति बैरल के करीब रह गया। कुआलालंपुर में मई डिलीवरी में तेल 19 सेंट गिरकर 82.25 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
|