जनता बेहाल, पानी विक्रेता हो रहे मालामाल | आमची मुंबई | | सुशील मिश्र / April 25, 2010 | | | | |
मुंबई में पीने के पानी की समस्या गहराती ही जा रही है। विकराल होती पानी की समस्या को देखते हुए मुंबईकरों की प्यास बुझाने में मुंबई नगर निगम (बीएमसी) प्रशासन का अभी से दम फूलने लगा है।
पानी की समस्या से निपटने के लिए हर दिन बीएमसी नए-नए हथकंडे अपना रहा है लेकिन इस समय लाख टके का सवाल यह है कि जब पानी की कमी है तो फिर पानी का कारोबार करने वाली कंपनियों को हर दिन लाखों लीटर पानी कौड़ियों के भाव से क्यों दिया जाता है, जबकि उतने पानी से हजारों मुंबईकरों की प्यास बुझाई जा सकती है।
बढ़ती गर्मी और सवा करोड़ से भी ज्यादा लोगों की प्यास बुझाने वाली लगभग सभी प्रमुख झीलों का जल स्तर अपने न्यूनतम स्तर के करीब पहुंच चुका है। मुंबई में पानी की आपूर्ति 6 प्रमुख झीलों से की जाती है, लेकिन मौजूदा जलस्तर को देखते हुए लगता है कि जून तक ये झीलें खुद ही प्यासी हो जाएंगी।
ऐसे में मॉनसून ने थोड़े समय के लिए भी दगाबाजी की तो मुंबईकरों की प्यास बुझाना मुश्किल हो जाएगा। यह बात मुंबईकरों की प्यास बुझाने की जिम्मेदारी उठाने वाले बीएमसी को भी पता है और यही वजह है कि पिछले कई महीनों से मुंबई में पानी की 15 से 30 फीसदी तक की कटौती की जा रही है।
होटलों और कॉरपोरेट घरानों को पीने के अलावा अन्य कार्यों में इस्तेमाल होने वाले पानी की खुद व्यवस्था करने की सलाह दी गई। इन उपायों के बाद भी बात नहीं बनी इसलिए अब प्रशासन 50 फीसदी तक पानी की कटौती करने की योजना बना रहा है। राजनीतिक हो हल्ले के चलते फिलहाल बीएमसी अपनी इस योजना को लागू नहीं कर पा रहा है और दावा कर रहा है कि वह जून तक पानी की आपूर्ति करने में सक्षम है।
बीएमसी पानी की बरबादी रोकने के लिए सचिन तेंडुलकर जैसे चेहरे का भी इस्तेमाल कर रहा है। बीएमसी आयुक्त स्वाधीन क्षत्रिय का कहना है कि जून के अंत तक पानी की बराबर आपूर्ति होती रहेगी। लेकिन लोगों से अपील है कि वे पानी की बरबादी रोकने में बीएमसी की मदद करें।
उन्होंने कहा कि पानी की बरबादी रोकने के लिए हमने सख्त कदम उठाए हैं जिससे लोगों को पानी मिलता रहेगा। क्षत्रिय ने पानी चोरी और बरबादी रोकने के लिए सभी वार्ड अधिकारियों को चेतावनी दी है कि जिस इलाके में पानी लीकेज होगा उस वार्ड अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
पानी की समस्या पर जल आपूर्ति राज्य मंत्री रणजीत कांबले ने विधान सभा में जानकारी देते हुए कहा कि 15 जुलाई तक मुंबई के लोगों के लिए पीने का पानी उपलब्ध है और पानी की बरबादी एवं चोरी को रोकने के लिए पानी की पाइपलाइनों पर बसी 15 हजार से अधिक झोपड़ियों को 2013 तक शिफ्ट कर दिया जाएगा।
सभी पुरानी पाइप लाइनों को भी बदल दिया जाएगा।पहले से ही करीबन 20 फीसदी पानी कटौती की मार झेल रहे मुंबईकरों को अतिरिक्त पानी कटौती का डर सता रहा है।
घटता जाता जल
झील वर्तमान स्तर न्यूनतम स्तर
मोडक सागर 152.70 143.26
तानसा 122.97 118.78
विहार 73.55 73.92
तुलसी 135.63 131.07
अपर वैतरणा 515.51 515.13
भातसा 112.50 100.00
नोट - आंकड़े घन मीटर में
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