डब्ल्यूपीपी : एशिया, अफ्रीका और लातिन अमेरिका पर नजर | बीएस संवाददाता / मुंबई March 16, 2010 | | | | |
दुनिया का सबसे बड़ी विज्ञापन समूह आगामी वर्षों में अपना कारोबार फिर से पटरी पर लाने के लिए डब्ल्यूपीपी एशियाई, अफ्रीकी, पश्चिम एशियाई और लातिन अमेरिकी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
मुंबई में शुरू हुए तीन-दिवसीय फिक्की फ्रेम्स सम्मेलन में एक प्रमुख भाषण के दौरान समूह के मुख्य कार्यकारी मार्टिन सोरेल ने यह स्वीकार किया कि शक्ति संतुलन पूर्व की ओर स्थानांतरित हो रहा है।
वर्ष 2009 में डब्ल्यूपीपी ने अपने कुल राजस्व में 8.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की थी। समान अवधि के लिए इसका कर-पूर्व मुनाफा 16.1 घट गया था। वर्ष 2010 के लिए भी कंपनी का परिदृश्य मजबूत नहीं है और इस वर्ष में यह समान वृद्धि देख सकती है।
सोरेल का मानना है कि ऐसी स्थिति में एशियाई, अफ्रीकी, पश्चिम एशियाई और लातिन अमेरिकी क्षेत्र डब्ल्यूपीपी के वर्तमान और भविष्य दोनों के लिए महत्वपूर्ण होंगे। उन्होंने कहा, 'अगले कुछ वर्षों में हमारे कारोबार का एक-तिहाई कारोबार इन्हीं बाजारों से आएगा।'
उन्होंने कहा कि कंपनी इस क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी जिन अन्य क्षेत्रों पर ध्यान दे रही है, उनमें इसका डिजिटल व्यवसाय भी शामिल है जिसका 2009 में इसके सालाना राजस्व में 27 फीसदी योगदान रहा था।
सोरेल को उम्मीद है कि यह आंकड़ा और मजबूत होगा, क्योंकि विज्ञापनदाता अपनी विज्ञापन योजनाओं में डिजिटल मीडिया को शामिल करने पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने कहा, 'यह हमारे व्यवसाय का लगभग एक-तिहाई होना चाहिए।'
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