रेल कोच फैक्टरी (आरसीएफ) ने देश की पहली वातानुकूलित डबल डेकर प्रोटोटाइप कोच रिकॉर्ड आठ महीने के समय में तैयार कर ली है। आरसीएफ के महाप्रबंधक प्रदीप कुमार ने बताया कि इस डबल डेकर प्रोटोटाइप कोच को अगले महीने ट्रायल के लिए उतारा जाएगा। इस कोच की रंगाई अभी बाकी है क्योंकि रेलवे बोर्ड को इसके रंग के बारे में अभी फैसला लेना बाकी है। उन्होंने बताया कि आरडीएसओ द्वारा चयनित रूटों पर ऑसिलेशन परीक्षण के बाद आरएफसी डबल डेकर कोच का उत्पादन शुरू करेगी। उन्होंने बताया कि परीक्षण का काम तीन महीनों में पूरा कर लिया जाएगा। रेलवे के सूत्रों के मुताबिक पहली डबल डेकर ट्रेन इसी साल ट्रैक पर दौड़ने लगेगी। रेलवे ने इन कोचों को युवा ट्रेनों में भी शामिल करने का प्रस्ताव रखा है। महाप्रबंधक ने इतनी तेजी और कुशलता के साथ इन डिब्बों के विकास के लिए अभियंताओं और आरडीएसओ की तारीफ की है। ये डिब्बे 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। डबल डेकर कोच की खासियत बताते हुए महाप्रबंधक ने बताया कि ये सामान्य कोच से डेढ़ फुट ऊंची हैं और इनमें 130 से अधिक सीटें हैं। अधिक ऊंचाई की वजह से आरसीएफ के अभियंताओं को इन कोचों को डिजाइन करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। मगर गरीब रथ में एक साइड में 3 बर्थ वाले कोच बनाने के कारण उन्हें इस अनुभव का फायदा हुआ।
