लंबी अवधि के निवेश से कमाएं बढ़िया मुनाफा | फंड प्रश्नोत्तरी | | वैल्यू रिसर्च / February 28, 2010 | | | | |
मैं फ्रैंकलिन इंडिया फ्लेक्सी कैप और रिलायंस ग्रोथ में निवेश करता था, लेकिन बाजार के उतार-चढ़ावों पर नजर दौड़ाने के बाद अब मैंने इन्हें छोड़ दिया है।
मैं दो से तीन महीनों के लिए लिक्विड फंडों में पैसे लगाना चाहता हूं। अप्रैल-मई में दोबारा बाजार में उतरने की सोच रहा हूं। लिहाजा कुछ अच्छे फंडों का सुझाव दें। - पंकज गुप्ता
बाजार को समय के दायरे में आंकना सही नहीं है। समय की बर्बादी के साथ-साथ व्यर्थ की मेहनत न करें। हम आपको इसके विपरीत जाने की सलाह देते हैं। कोई भी जानकार बाजार की गिरावट और तेजी की सही-सही भविष्यवाणी नहीं कर सकता है।
अगर अब बाजार में तेजी का दौर आगे जारी रहता है, तो ऐसे में आप न केवल संभावित आय से हाथ धो बैठेंगे बल्कि बाजार में दोबारा प्रवेश करने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसके बदले में हम आपको सुझाव देते हैं कि अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश समयावधि के आधार पर संपत्ति आवंटन करें।
इसके हिसाब से अपने पैसों को डेट या लिक्विड फंड में लगाएं। हालांकि अगर आप एक निश्चित रकम जुटाने के लिए निवेश कर रहे थे और बाजार की उछाल ने इसमें आपकी मदद कर दी है। मतलब अगर आप ठीक-ठाक रकम जोड़ने में कामयाब रहे हैं, तो आप मौजूदा योजनाओं को छोड़ सकते हैं।
वैसे तो रिलायंस ग्रोथ अब भी एक बेहतर चुनाव बना हुआ है, जबकि फ्रैंकलिन इंडिया फ्लेक्सी कैप एक औसत फंड है। अगर आप फ्रैंकलिन इंडिया से बाहर निकलते हैं तो रिलायंस ग्रोथ, एचडीएफसी टॉप 200 और डीएसपीबीआर टॉप 100 जैसे डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंड इनकी जगह पर बेहतर विकल्प सकते हैं।
अगर आप इक्विटी बाजार से दूर रहना चाहते हैं, तो सहारा लिक्विड वैरिएबल प्राइसिंग, रिलायंस शॉर्ट टर्म और यूटीआई मनी मार्केट म्युचुअल फंड निवेश का विकल्प बनाने के लिए अच्छे लिक्विडडेट फंड हैं।
मैं हर महीने 2,000-3,000 रुपये का योजनाबद्ध निवेश (एसआईपी) शुरू करना चाहता हूं। शुरुआत करने के लिए कौन सा फंड बेहतर है? - विनय राव
एचडीएफसी टॉप 200 या डीएसपीबीआर टॉप 100 इक्विटी जैसे अच्छे 45-स्टार रेटिंग वाले डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंड में निवेश करना अच्छा है। अगर आपके पास कोई डेट निवेश नहीं है, तो किसी अच्छे बैलेंस्ड फंड में निवेश करना सही होगा जैसा कि यह अपने आप ही आपके संपत्ति आवंटन का ख्याल रखेगा। एचडीएफसी प्रूडेंस और टाटा बैलेंस्ड जैसे कुछ फंडों के बारे में विचार कर सकते हैं।
मैंने 39 रुपये की दर पर रिलायंस फार्मा (ग्रोथ) के 118 यूनिटों की खरीददारी की थी। यह ऊपर चढ़कर मात्र 42 रुपये तक पहुंच पाया, जबकि रिलायंस ग्रोथ (जी) ने 10 फीसदी का प्रतिफल दिया है। क्या मुझे अपने पहले निवेश में बने रहना चाहिए या मेरे यूनिटों का हस्तांतरण रिलायंस ग्रोथ में कर देना चाहिए? - नोएल डिसूजा
रिलायंस फार्मा को 39 रुपये से 42 रुपये तक चढ़ने में एक माह से भी कम का समय लगा (नवंबर 2009 के अंत से लेकर दिसंबर 2009 के मध्य तक)। इसके अलावा रिलायंस फार्मा और रिलायंस ग्रोथ दोनों फंड पूरी तरह से अलग-अलग हैं और पोर्टफोलियो में अलग-अलग उद्देश्यों से इन्हें शामिल किया जाता है।
अगर फार्मास्युटिकल सेक्टर की ओर ज्यादा झुकाव चाहते हैं, तो रिलायंस फार्मा से फायदा होगा। वहीं, रिलायंस ग्रोथ आक्रामक डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंड है। यदि फार्मा सेक्टर के लिए अलग से कोई फंड लेने की इच्छा नहीं रखते हैं तो रिलायंस ग्रोथ में हस्तांतरित कर लें। थीमैटिक और आक्रमक फंडों को अपने पूरे निवेश मूल्य का 20-30 फीसदी से ज्यादा हिस्सा न बनने दें।
मेरी म्युचुअल फंडों में 15 लाख रुपये निवेश करने की योजना है। मैं केवल इक्विटी में निवेश करना चाहता हूं। क्या आप इस बारे में सुझाव दे सकते हैं कि कौन-से फंडों का चयन किया जाय? प्रत्येक फंड में कितनी राशि का निवेश करना चाहिए? - मोहम्मद नाहिद सिद्दीकी
आप अपनी बचत का निवेश एसआईपी के जरिये कुछ अच्छे डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंडों में कर सकते हैं। हमारा सुझाव होगा कि डेट फंडों में भी अपने पोर्टफोलियो का एक निश्चित प्रतिशत रखें।
20:80 के डेट-इक्विटी संपत्ति आवंटन बनाएं। अपने पोर्टफोलियो को पांच-छह फंडों तक सीमित रखें। हमारे हिसाब से आप डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंड के लिए एचडीएफसी टॉप 200, डीएसपीबीआर इक्विटी, मैगनम कॉन्ट्रा और बिड़ला सन लाइफ फ्रंटलाइन इक्विटी में से चुनाव करे सकते हैं।
|