आरईसी के शेयर की कीमतें गिरीं | सरकार द्वारा एफपीओ की कीमत 203 रुपये तय किए जाने के बाद आई गिरावट | | बीएस संवाददाता / मुंबई February 19, 2010 | | | | |
सरकार द्वारा ग्रामीण विद्युतीकरण निगम (आरईसी) के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) के तहत प्रत्येक शेयर की कीमत 203 रुपये तय किए जाने के बाद कंपनी के शेयरों में गुरुवार को गिरावट देखी गई।
खबरें थी कि एफपीओ की कीमतें बाजार मूल्य से कम पर किया जाएगा लेकिन हुआ इसके विपरीत। शेयर की कीमतें उसी तरह निर्धारित की गई जैसे एनटीपीसी का किया गया था। उल्लेखनीय है कि एनटीपीसी के एफपीओ खुदरा निवेशकों की बेहतर प्रतिक्रिया नहीं मिली थी।
बाजार के खिलाड़ियों का कहना है कि आरईसी के शेयर की कीमतों में आई गिरावट यही प्रदर्शित करता है कि निर्गम की कीमतें निवेशकों को पसंद नहीं आई। गुरुवार को आरईसी के शेयर गिरावट के साथ 210 रुपये पर खुले। कारोबार के दौरान इसकी कीमतें घट कर लगभग एफपीओ की कीमतों के स्तर पर आ गईं।
दिन के कारोबार में एक समय यह 205.15 रुपये के स्तर पर आ गया जो बुधवार को बंद हुए मूल्य 220.15 रुपये की तुलना में लगभग 7 प्रतिशत कम था। गुरुवार को आरईसी के शेयर 5.90 रुपये या 2.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 214.25 रुपये पर बंद हुए। फरवरी के वायदा कारोबार में इसके शेयर की कीमत नकद बाजार की तुलना में कम मूल्य, 212.85 रुपये, पर बंद हुए।
हालांकि, इस शेयर में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है। हाल के दिनों की तुलना में आरईसी के शेयर कारोबार के परिमाण में अच्छी खासी बढ़ोतरी दर्ज की गई। बीएसई पर 8.54 लाख शेयरों का कारोबार हुआ जो बुधवार की तुलना में दोगुने से भी अधिक है। एनएसई पर 32.01 लाख शेयरों का कारोबार हुआ। फरवरी एक्सचायरी के ओपन इंटरेस्ट में 8 प्रतिशत से अधिक का इजाफा देखा गया।
प्राइम डेटाबेस के प्रबंध निदेशक पृथ्वी हल्दिया ने कहा कि सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के निर्गमों के कीमत निर्धारण करने के तरीके से अनुवर्ती निर्गमों का उद्येश्य प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा, 'एफपीओ का उद्येश्य है कि खुदरा प्रतिभागिता में इइजाफा हो। नहीं तो कंपनी क्यूआईपी या तरजीही आवंटन का सहारा ले सकती है।'
हल्दिया का मानना है कि आरईसी के एफपीओ का भी वही हाल होगा जो एनटीपीसी के एफपीओ का हुआ क्योंकि 'जो छूट दी जारी है वह काफी कम है और अगर आने वाले दिनों में बाजार में गिरावट आती है तो यह फर्क भी समाप्त हो सकता है।'
निवेश बैंकर मानते हैं कि एफपीओ की कीमतें आकर्षक हैं और दीर्घावधि के नजरिये वाला कोई भी निवेशक एफपीओ में निवेश कर सकता है। आरईसी के बुक रनिंग लीड मैनेजरों में से एक आरबीएस इक्विटीज के निवेश बैंक के प्रमुख बृजेश मेहरा का कहना है, 'शेयर की कीमतें शेयर बाजार के साथ ही चलेंगी। खुदरा निवेशकों से हमें बेहतर प्रतिक्रिया की उम्मीद है।'
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