समय पर जरूरी है आयकर की तैयारी, कुछ होमवर्क भी है जरूरी | कर बचत : आने वाले साल में अपनी सरदर्दी कुछ कम करने के लिए जरूरी है कि इस साल कुछ छोटी-छोटी बातों पर थोड़ा गौर फरमा लिया जाए | | अर्णव पंडया / February 15, 2010 | | | | |
वित्त वर्ष 2009-10 खत्म होने वाला है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप अंतिम कुछ हफ्तों को हल्के में लें। कर के मामले में कई जरूरी काम निपटाने अभी बाकी हैं। आने वाले साल में अपनी सरदर्दी कुछ कम करने के लिए जरूरी है कि इस साल कुछ बातों पर थोड़ा गौर कर लिया जाए।
आमदनी का अंदाज
आपके काम की शुरुआत पूरे साल के लिए आपकी कमाई का अंदाजा लगाने से होना चाहिए। ऐसा इसलिए कि 15 मार्च तक अग्रिम कर की अंतिम किस्त चुकानी होती है।
इसका मतलब है कि एक निवेशक को इस बात के लिए पूरी तरह से आश्वस्त होना चाहिए कि साल के दौरान अलग-अलग रास्तों से होने वाली कमाई का ठीक-ठीक अनुमान लगाया गया है या नहीं। यह कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है क्योंकि मार्च की शुरुआत तक इसमें से ज्यादातर कमाई आपके हाथों में आ जाती है।
ज्यादातर लोग मानते हैं कि इसकी जरूरत सिर्फ अपना व्यवसाय चलाने वालों या पेशेवरों को होती है। पर, ऐसा नहीं है। वेतनभोगी कर्मचारी अगर दूसरे स्रोतों से कुछ कमाई करते हैं, तो उनको भी इसकी जरूरत होती है। ज्यादातर मामालों में वेतनभोगी लोगों के पास इस तरह का कोई अतिरिक्त लेखा-जोखा नहीं होता है।
इस वजह से कई बार उन्हें अग्रिम कर भुगतान नहीं करने के लिए ब्याज चुकाना पड़ता है। अतिरिक्त आमदनी कई रास्तों से आ सकती है। सावधि जमा, बचत खाता या फिर सरकारी बॉन्डों जैसे निवेशों पर मिलने वाला ब्याज आपकी अतिरिक्त आमदनी के जरिए हो सकते हैं।
कर की अंतिम किस्त के भुगतान के लिए आमदनी का आकलन बेहद जरूरी है। जल्दी काम शुरू करने पर आपको कुछ आवश्यक बदलावों का अंदाजा मिल जाता है।
अग्रिम कर भुगतान
यह कुल आमदनी के आकलन का ही एक विस्तार है। आपको कितने कर का भुगतान करना है, इसका अंदाजा लगाना सिर्फ एक शुरुआत है। आपका मुख्य कदम 15 मार्च तक बाकी कर का भुगतान है। इस तारीख तक अग्रिम कर का पूरा भुगतान करना होता है।
जैसे अगर पूरे साल के लिए आपका अग्रिम कर 60,000 रुपये निकलता है और दिसंबर तक की किस्तों में आपने 35,000 रुपये कर का भुगतान कर दिया है, तो अभी भी आपको 25,000 रुपये बतौर कर भुगतान देना बाकी है। चेक, इंटरनेट या कर भुगतान की सामान्य प्रक्रिया, किसी भी तरीके से आप अपना भुगतान कर सकते हैं।
कर बचाव निवेश
चालू वित्त वर्ष के लिए कर बचत निवेश करने भी बाकी हैं। सेक्शन 80 सी के तहत आपको 1 लाख रुपये तक की कर छूट मिलती है। इसका फायदा उठाने के लिए जरूरी निवेश करें।
इसके अलावा स्वास्थ्य बीमा के मामले में भी 15,000 रुपये के प्रीमियम तक कर छूट मिलती है। वित्त वर्ष के आखिरी कुछ दिन बचे हैं। ऐसे में कर बचाने के लिए इस साल बचे विकल्पों को चुनना थोड़ा मुश्किल है। बीमा प्रीमियम और फंडों से जुड़ी बचत योजनाओं के अलावा आपके पास ऋण साधनों को भी तमाम विकल्प हैं।
प्रॉविडेंट फंड, पब्लिक प्रॉविडेंट फंड, 5 साल की पोस्ट ऑफिस जमा और सीनियर सीटिजन बचत योजना जैसे तमाम विकल्प आपके पास मौजूद हैं। अपनी प्राथमिकताओं और भावी फायदों को जोड़ते हुए आप अपनी क्षमता के अनुसार निवेश के साधन चुन सकते हैं। कर बचत के मामले में हर संभव फायदा उठाएं।
निवेश में फेर-बदल
कर भुगतान को सीमित करने के लिए भी निवेश में कुछ फेर-बदल की जरूरत है। अगर छोटी अवधि में कुछ पूंजीगत लाभ उठाया गया है, तो इसकी भरपाई के लिए कुछ अल्पकालीन घाटे जरूरी हैं ताकि कर से बचा जा सके। लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ पर कोई कर नहीं लगता है।
ऐसे में इसे हासिल करने की कोशिश करनी चाहिए ताकि दूसरे विकल्पों में इस रकम को लगाया जा सके। इस तरीके के बदलाव काफी फायदेमंद हो सकते हैं। भविष्य के लेन-देनों से मुनाफा कमाने के लिए पोर्टफोलियो के पुनर्गठन की भी जरूरत हो सकती है।
लेखक प्रमाणित वित्तीय योजनाकार हैं।
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