मैं 57 वर्षीय नौकरीपेशा व्यक्ति हूं और अगले तीन वर्षों में सेवानिवृत्त हो जाऊंगा। मैंने जो भी बचत की है वह बैंक की सावधि जमा और कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) में है। मेरी तनख्वाह के अलावा मुझे इससे पहले वाली नौकरी से 25,000 रुपये मासिक पेंशन मिलती है। उस दौरान मैं केंद्र सरकार का कर्मचारी था, जहां से मैंने 2003 में स्वैच्छिक सेवानिवृति ली थी। मेरा दिल्ली में एक मकान है। मेरी पत्नी सरकारी कर्मचारी है। मेरे बच्चे अपने पैरों पर खड़े हैं और स्वयं अपनी जिम्मेदारियों का वहन कर रहे हैं। मैंने अपने सभी निवेशों का उल्लेख नीचे किया है। मैं निम्नलिखित प्रकार से अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करना चाहता हूं डीएसपीबीआर टी.आई.जी.ई.आर. से निकलकर डीएसपीबीआर टॉप 100 इक्विटी में एसआईपी के जरिये निवेश करना चाहता हूं। आईडीएफसी प्रीमीयर इक्विटी में 25,000 रुपये का निवेश, प्रत्येक महीने 3,000 रुपये की एसआईपी शुरु करना; एचडीएफसी टॉप 200 में 5,000 रुपये का निवेश करना चाहता हूं। इसके अलावा 3,000 रुपये प्रतिमाह की एसआईपी की शुरुआत मेरी विभिन्न फंड कंपनियों की 6 डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंडों में निवेश की योजनाओं पर गंभीरता से विचार करें। जरूरत से अधिक फंड अपने पोर्टफोलियों में विविधता लाना एक बुध्दिमानी भरा फैसला है, लेकिन जरूरत से ज्यादा फंडों को शामिल करना भी मुश्किलें खड़ी करते हैं। आप अपने पोर्टफोलियो में विविधता महज 5-6 फंडों से ला सकते हैं। मोटा निवेश म्युचुअल फंडों में निवेश करते समय इस बात का ध्यान रखें कि अपनी सारी रकम किसी एक ही फंड में निवेश न करें। ऐसा करना कभी भी समझदारी वाला कदम नहीं होगा। अफसोस की बात यह है कि आपने अधिकांश निवेश उस समय किए हैं, जब बाजार अपने चरम पर पहुंच चुका है। हालांकि, बाजार किसी भी हालत में क्यों न हो लेकिन आप नियमित तौर पर निवेश करते हैं तो इससे काफी हद तक आप तनाव मुक्त रह सकते हैं और रुपी-कॉस्ट एवरेजिंग का भी लाभ मिलता है। निर्धारण आपके पोर्टफोलियो के लिए जोखिम बहुत ज्यादा हैं। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल डायनामिक और रेलिगेयर ग्रोथ को छोड़ दें तो आपका सारा निवेश थीमैटिक या आक्रमक फंडों में किया गया है। हम यह नहीं कर रहे हैं कि इन सभी फंडों में निवेश नहीं करें, लेकिन इनमें पोर्टफोलियो के छोटे हिस्से का ही निवेश करें। डाइवर्सिफाइड इक्विटी खिलाड़ियों के साथ बने रहे। आपको पोर्टफोलियो में डेट फंडों में निवेश नहीं किया है। इन फंडों में निवेश करने से अस्थिरता को कम करने में मदद मिलती है। निवेश आपने चार नए फंडों (एनएफओ) में निवेश किया हुआ है। चूंकि इन फंडों के प्रदर्शन का कोई पिछला रिकॉर्ड नहीं होता, इसलिए इनमें निवेश करने से बचना चाहिए। जिन फंडों का प्रदर्शन बेहतर रहा हो, उनके साथ आगे बढ़ें। इसके अलावा बिल्कुल नए फंडों में भी निवेश करने से दूरी बनाए रखनी चाहिए। आपने दो क्लोज-ऐंडेड फंडों में निवेश किया है। निवेशकों को इनसे दूरी बनाए रखनी चाहिए, ऐसे फंडों में केवल एनएफओ के समय ही निवेश कर सकते हैं। साथ ही आपने ऐसे पांच फंडों में निवेश किया हुआ है, जो बड़े पैमाने पर इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में निवेश करते हैं। अगर आप इस प्रकार के क्षेत्र में निवेश का जोखिम लेना चाहते हैं तो आपके लिए महज एक फंड पर्याप्त है। आपके लक्ष्यों की प्राप्ति सेवानिवृत्ति के पश्चात 20,000 रुपये प्रतिमाह की आय अर्जित करने के लिए आपके लिए एक बड़े कोष का निर्माण करना होगा। यह आंकड़ा मौजूदा कीमतों पर आधारित है, यदि हम महंगाई को जोड़ें तो इसमें और ज्यादा बढ़ोतरी हो सकती है। सच्चाई यह है कि आप जैसे ही सेवानिवृत्त होते हैं, आगे किसी भी तरह के निवेश करने में आपको काफी कठिनाई महसूस होगी। मौजूदा दरों पर वर्ष 2013 से 20,000 रुपये प्रतिमाह के लिए आपको 2012 के अंत तक 40 लाख रुपये की जरूरत होगी। मौजूदा समय में महंगाई दर 6.5 फीसदी सालाना है। आपका म्युचुअल फंडों में मौजूदा निवेश लगभग 14.2 लाख रुपये है। आपको आने वाले तीन वर्षों के लिए 18,000 रुपये का मासिक निवेश करने की योजना बनानी होगी। 10 फीसदी सालाना प्रतिफल का विचार किया जाय तो आपका निवेश इन चंद वर्षों में बढ़कर लगभग 27 लाख रुपये तक पहुंच जाएगा। लिहाजा, मौजूदा निवेश से आपके लिए अपेक्षित लक्ष्य को हासिल करना संभव नहीं हो पाएगा। इस आय को हासिल करने के लिए आपको लगभग 50,000 रुपये प्रतिमाह की राशि का निवेश करने की जरुरत है। पोर्टफोलियो का पुनर्निर्माण हम आपको दो रास्ते चुनने की सलाह देंगे, जिससे आप अपने पोर्टफोलियो का पुनर्निर्माण कर सकते हैं। अपनी जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर इक्विटी/डेट निर्धारण को तय करके ही शुरुआत करें। तब आपके पास इसके बाद आपके सामने इसे सालाना पुनर्संतुलित करने की चुनौती का सामना करना पड़ेगा। जैसे ही आप यह निश्चित कर लेते हैं कि आपको कौन-से पोर्टफोलियो का चयन करना है, इसके बाद थीमैटिक/सेक्टर या आक्रमक फंडों में अपने निवेश को निकालने का काम शुरू कर दें। जैसे ही आप इन यूनिटों की बिक्री करते हैं, आप लिक्विड फंडों में निवेश करने की प्रक्रिया शुरु कर दें। पोर्टफोलियो चार इक्विटी फंडों और एक डेट फंड का पोर्टफोलियो बनाएं। आपने सावधि जमा और भविष्य निधि में निवेश किया है, लेकिन डेट योजना के साथ रीबैलेंसिंग करना आसान होगा। चूंकि आपकी सेवानिवृति में अब ज्यादा दिन नहीं रह गए हैं, इसलिए डेट में निवेश को बढाना फायदेमंद होगा। क्या करें आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल डायनामिक के साथ एक एसआईपी शुरू करें, जो आपके पास पहले से ही मौजूद है। डीएसपीबीआर टॉप 100 में निवेश शुरू करें एचडीएफसी टॉप 200 को अपने पोर्टफोलियो का हिस्सा बनाएं एक डेट फंड का समावेश करें पोर्टफोलियो में आक्रामकता लाएं।
