अब लीजिए, टचस्क्रीन टेबलेट कंप्यूटर | आईआईटी के छात्रों द्वारा बनाए इस पीसी की झलक कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो में दिखेगी। विस्तार से बता रहे हैं | | के रजनीकांत / December 24, 2009 | | | | |
हैदराबाद की प्रौद्योगिकी कंपनी नोशन इंक ने पहला टचस्क्रीन टेबलेट पीसी बनाया है जिसमें गूगल के ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रोइड, एनवीडिया की टेग्रा प्रोसेसर चिप और अमेरिकी कंपनी पिक्सेल क्यूआई के डिस्प्ले स्क्रीन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इस टेबलेट पीसी को 6 आईआईटी और एमबीए छात्रों ने मिल कर तैयार किया है। इस पीसी को पहली बार जनवरी 2010 में लास वेगस कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो में प्रदर्शित किया जाएगा।
नोशन इंक के संस्थापक एवं निदेशक (क्रिएटिव्स) रोहन श्रवण कहते हैं, 'डेस्कटॉप, लैपटॉप और नोटबुक्स की क्रांति के बाद अब अगला आविष्कार एक संपूर्ण टचस्क्रीन का होने जा रहा है। हमने सोचा कि इस दिशा में पहला कदम उठाया जाए। हमें इसका डिजाइन तैयार करने और संबद्ध प्रौद्योगिकियों को इस डिवाइस में तब्दील करने में एक साल का वक्त लगा।'
इस कंपनी की स्थापना फरवरी 2009 में हुई। नोशन इंक नाम का यह नया टेबलेट पीसी 10.1 इंक के टचस्क्रीन से लैस है। पोर्टेबिलिटी के संदर्भ में, यह एनवीडिया के टेग्रा प्रोसेसर चिप द्वारा संचालित है और इसका वजन 770 ग्राम है। इसमें ब्लूटूथ, ऑटोफोकस, वीडियो रिकॉर्डिंग और 32 जीबी डाटा स्टोरेज के साथ 3-मेगा पिक्सल डिजिटल कैमरा जैसी सुविधाओं की पेशकश की गई है।
श्रवण दावा करते हुए कहते हैं, 'अगर किसी व्यक्ति को सिर्फ संगीत सुनना हो तो यह 25 दिन तक लगातार काम कर सकता है। यह 48 घंटे के स्टैंडबाई, 8 घंटे के हाई-डेफिनिशन वीडियो और 16 घंटे के वाई-फाई इंटरनेट सर्फिंग इस्तेमाल समय से लैस है।' इस डिवाइस का डिजाइन तैयार करने के लिए कंपनी ने बेंगलुरु के नैशनल इंस्टीटयूट ऑफ डिजाइन से करार किया।
उन्होंने कहा, 'हम एक ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम अपनाना चाहते हैं जो हमारे डिवाइस 'टॉक' को किसी अन्य डिवाइस से जोड़ सके। हमने गूगल के एंड्रोइड को चुना है। लेकिन भारत में लोग एंड्रोइड पर काम नहीं करते हैं और इस पर एक लाख रुपये प्रति महीने का खर्च आता है। इसलिए हमने प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद स्थित सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान बीवीआर आईटी से 46 छात्रों को चुना जो अब हमारे साथ पूर्णकालिक तौर पर काम कर रहे हैं।'
नोशन इंक ने भारत, ताइवान और चीन में दो पेटेंट दाखिल किए हैं - एक पेटेंट डिजाइन के लिए और दूसरा प्रौद्योगिकी के लिए। इससे ताइवान में मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) के साथ करार करने के लिए कंपनी की राह आसान हो गई है। कंपनी डिवाइस के लिए डिजिटल बुक्स, गाने, मूवी और मीडिया कंटेंट के निर्माण पर भी काम कर रही है।
चार ताइवानी कंपनियां इस डिवाइस के निर्माण में अपनी दिलचस्पी पहले ही दिखा चुकी हैं। श्रवण ने बताया, 'हम वैश्विक पहुंच कायम करना चाहते हैं। अमेरिका हमारे लिए एक महत्त्वपूर्ण बाजार है और इसके लिए नेटवर्किंग की जरूरत है। इसे देखते हुए हम अपने इस उत्पाद को लास वेगस में प्रदर्शित करने जा रहे हैं।' उन्होंने कहा कि वे जून 2010 में इसे वाणिज्यिक रूप से लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं।
कंपनी एक संपूर्ण सेवा मॉडल का इस्तेमाल करेगी जिसमें ताइवानी ओईएम को निर्माण के लिएए 90 दिनों का समय दिया जाएगा। लॉन्च के पहले साल में कंपनी ने 15 लाख टेबलेट पीसी बेचने का लक्ष्य रखा है। इस पीसी की संभावित कीमत अमेरिका में 18,800 रुपये और भारत में 14,100 रुपये (दूरसंचार कंपनियों से मिलने वाली सब्सिडी के साथ) है।
उन्होंने कहा, 'इस डिवाइस के साथ इंटरनेट सेवाएं दूरसंचार कंपनियों द्वारा मुफ्त में दी जाएंगी। अमेरिका में 10 दूरसंचार कंपनियों और भारत में चार कंपनियों ने इसे लेकर अपनी इच्छा पहले ही जाहिर कर दी है। हम चार-दिवसीय मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस के दौरान अमेरिका के लिए एक कंपनी और भारत के लिए एक कंपनी का निर्धारण करेंगे। यह वर्ल्ड कांग्रेस 15 फरवरी, 2010 से बार्सीलोना में होगी।'
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