प्रबंधन छात्रों के मक्का यानी भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) जल्द ही अपनी भर्ती का तौर तरीका बदलने जा रहे हैं। देश की 30 दिग्गज कंपनियों के साथ हुई बैठक में आईआईएम अहमदाबाद ने मार्च 2010 से नियुक्तियों के लिए क्लस्टर सिस्टम लागू करने का प्रस्ताव दिया है। इसके तहत कंपनियों को उनके कारोबारी क्षेत्र के आधार पर बांटा जाएगा और नियुक्तियां करने के लिए सप्ताहांत के दौरान बैच में बुलाया जाएगा। इसके तहत अब 'डे जीरो' का चलन भी खत्म किया जा रहा है। आईआईएम अहमदाबाद के निदेशक समीर बरुआ ने 2009 की परिसर नियुक्तियों के बाद बताया था, 'हम पूरी नियुक्ति प्रक्रिया की समीक्षा करने की योजना बना रहे हैं। इसमें डे जीरो नीति भी शामिल है। हमें यह देखना है कि कंपनियों के साथ लंबे समय का संबंध बनाए रखने के लिए क्या किया जाना चाहिए। अभी तक हमने गिनी चुनी कंपनियों के साथ काम किया है।' बाजार में नौकरियों की कम होती तादाद के कारण आईआईएम अपनी नियुक्ति प्रक्रिया की समीक्षा कर रहे हैं। इसके तहत वह डे जीरो को समाप्त करने और परिसर नियुक्तियों के लिए आने वाली कंपनियों से कम फीस लेने पर भी विचार किया जाएगा। आईआईएम अहमदाबाद की ओर से मुंबई में आयोजित बैठक में हिस्सा लेने वाले सूत्रों ने बताया कि संस्थान इस नई प्रक्रिया के बारे में आईआईएम बेंगलुरु और आईआईएम कलकत्ता समेत बाकी आईआईएम संस्थानों के साथ विचार विमर्श भी करेगा। हालांकि अभी तक जो संकेत मिले हैं उनसे तो यही लगता है कि वह भी इस प्रक्रिया पर हामी भर देंगे। इस बैठक में भाग लेने वाले एक मानव संसाधन विशेषज्ञ ने बताया, 'आईआईएम के लिए डे जीरो पर होने वाली भागम भाग को कम करने की जरूरत थी। यह नई प्रक्रिया नियोक्ताओं और संस्थानों दोनों के लिए फायदेमंद है। इससे सभी नियोक्ताओं को बराबर मौका मिलेगा। साथ ही संस्थानों में छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आईआईएम के लिए सभी कंपनियों की रेटिंग करना मुश्किल काम है।' नई प्रक्रिया के तहत छात्रों को कोई भी स्पॉट ऑफर नहीं दिया जाएगा। पूरी प्रक्रिया को इन्वेस्टमेंट बैंकिंग, कंज्यूमर डयूरेबल्स जैसे क्लसटरों में बांटा जाएगा। इन क्लसटरों के तहत मार्केटिंग, कंसल्टिंग, आईटी, सेल्स जैसे विभागों में नियुक्ति की जाएगी। इससे छात्र अपनी मर्जी के मुताबिक विभाग चुन सकते हैं। फिलहाल छात्र बगैर यह जाने कि उन्हें किस विभाग में नौकरी मिलेगी, सिर्फ कंपनी के नाम पर नियुक्तियों में बैठते हैं। घटते बाज़ार को देखकर भर्ती के तरीके बदल रहे आईआईएम प्लेसमेंट के लिए अब क्षेत्रवार बुलाएंगे कंपनियों को
