रिटेलर : आगे भी घटाएंगे लागत | प्रदीप्ता मुखर्जी / कोलकाता December 13, 2009 | | | | |
वर्ष 2010 में हो सकता है कि रिटेल कंपनियों की मासिक बिक्री में इजाफा देखने को मिले, लेकिन कंपनियां ऐसे में भी अपनी लागत में कटौती के उपायों से पीछे हटती दिखाई नहीं दे रहीं हैं।
मंदी के चलते कंपनियों ने अपनी लागत में कटौती कर कंपनियों ने वित्तीय परिणामों को संभालने की कोशिश की थी। किसी भी रिटेल कंपनी के लिए सबसे बड़ा खर्च रियल एस्टेट में होता है, उसके बाद स्थान कर्मचारियों की लागत और फिर बिक्री या विज्ञापन खर्च का आता है।
देश के सबसे बड़े रिटेलरों में से एक फ्यूचर समूह का इरादा अपने 6 बड़े रिटेल फॉर्मेट- पैंटालून, बिग बाजार, फूड बाजार, सेंट्रल, होम टाउन और ईजोन को आगे भी जारी रखने का है, जबकि वह अपने कई छोटे फॉर्मेट को एक बड़े फॉर्मेट में मिला रहा है।
फ्यूचर समूह ने अपने डिपो और लीकूपर जैसे फॉर्मेट को शॉप-इन-शॉप्स में इस तरह के दूसरे फॉर्मेट जैसे फैशन ऐट बिग बाजार, ब्लू स्काई, डोरी, एथनिसिटी, ऑल, सीलो, स्टेपल्स और नवरस के साथ मिलाया है।
फ्यूचर समूह के निदेशक दामोदर मॉल का कहना है, 'स्टोर खोलने में होने वाले बड़े निवेश को जानते हुए, छोटे फॉर्मेट हमेशा खोले रखना तर्कसंगत नहीं है। इसलिए हमने फैसला लिया है कि हम अपने छोटे फॉर्मेटों को अपने बड़े फॉर्मेटों में मिलाकर बढ़ाने पर ध्यान देंगे। यह प्रति स्टोर औसत बिल के आकार में इजाफे में मददगार होगा।'
साथ ही फ्यूचर समूह ने बड़े गोदामों की तरफ अपने कदम बढ़ाए हैं। कंपनी ने 2 से 2.5 लाख वर्ग फुट में फैले गोदाम लेकर लगभग 20 छोटे गोदाम बंद कर दिए हैं। समूह गोदामों में माल और वितरण केंद्रों की संख्या में कमी के लिए गारमेंट और सामान्य मर्केंडाइज क्षेत्रों में वेंडरों के साथ सौदे कर रहा है।
मंदी का रिटेल कंपनियों को फायदा ही हुआ है। जोन्स लांग लासेल मेघराज के प्रबंध निदेशक (रिटेल सर्विसेज) शुभ्रांशु पाणि का कहना है कि कंपनियां किरायों और वित्तीय गठन के लिए अब मोलभाव कर रही हैं। स्पेंसर्स 2010 में 140 करोड़ रुपये की बचत करना चाह रही है।
स्पेंसर्स रिटेल के अध्यक्ष विनीत कपिला का कहना है, 'हमारी योजना इस बात पर ध्यान देने की है कि हम उस हर श्रेणी से अधिक से अधिक मार्जिन हासिल करना चाहते हैं, जिनमें हम कारोबार कर रहे हैं।' इसके लिए कंपनी अपने निजी लेबलों के पोर्टफोलियो को मजबूत करना चाहती है।
साथ ही कंपनी की नई जगहों पर विस्तार से पहले काफी सोच-विचार कर रही है। साथ ही कंपनी कुछ श्रेणियों में मार्जिनों को बढ़ाने के लिए अपनी आपूर्ति शृंखला और स्टोर से हट कर होने वाले ऑपरेशनों पर काम कर रही है।
स्पेंसर्स रिटेल के आपूर्ति शृंखला और सूचना प्रौद्योगिकी प्रमुख अमित मुखर्जी के मुताबिक, 'इन प्रयासों में हर वितरण केंद्र में जगह में कमी करना है, जिससे रियल एस्टेट की लागत को कम किया जा सके और स्टोरों, खासतौर पर बड़े स्टोरों पर सीधे आपूर्ति को प्रोत्साहन देने की है।'
बचत की बुनियाद
फ्यूचर समूह : कई छोटे फॉर्मेट का एक बड़े फॉर्मेट में समेकन
स्पेंसर्स : स्टोरों को सीधे आपूर्ति कराने पर जोर
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