जिंजर ब्रांड हुआ और मजबूत, खोलेगी नए होटल | स्वराज बग्गोणकर / November 20, 2009 | | | | |
इस महीने के अंत तक टाटा समूह का किफायती होटल ब्रांड जिंजर अपना 21वां होटल पुणे के वाकड़ में खोलने जा रहा है।
इससे तीन महीने पहले ही इस होटल श्रृंखला ने इस्पात नगरी जमशेदपुर में अपनी 20वीं होटल संपत्ति का शुभारंभ किया है। अगले साल के अंत तक 9 और होटलों की शुरुआत का मतलब है किफायती एवं बिना तामझाम वाले इस होटल ब्रांड ने 2004 में अपनी स्थापना के बाद से हर साल औसतन पांच होटल स्थापित किए हैं।
हालांकि विस्तार की यह रफ्तार ज्यादा सराहनीय नहीं है, लेकिन रूट्स कॉरपोरेशन के मुख्य कार्याधिकारी प्रभात पाणि इसमें तेजी ला रहे हैं। जिंजर ब्रांड रूट्स द्वारा चलाया जाता है जो इंडियन होटल्स की सहायक कंपनी है।
पाणि अब पारंपरिक निर्माण, स्वामित्व और परिचालन के फॉरमेट से आगे देख रहे हैं और अपनी होटल चेन के व्यापक विस्तार के लिए भूमि मालिकों, प्रॉपर्टी डेवलपर, मॉल मालिक और रियल एस्टेट कंपनियों से बातचीत कर रहे हैं।
पाणि कहते हैं, 'रियल एस्टेट के लिहाज से पिछले कुछ महीने बेहद चुनौतीपूर्ण रहे हैं। हमने यह महसूस किया है कि अगर हम तेजी से विस्तार करना चाहते हैं तो भूमि खरीदने और फिर इस पर होटल बनाने के मूल मॉडल से चिपके रहने का कोई आधार नहीं है। लचीलापन बेहद जरूरी है।'
जिंजर अब या तो भूमि की लीज या फिर बड़ी इमारत में जगह पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। यह राजस्व विभाजन पर आधारित फ्रैंचाइजी मॉडल पर भी विचार कर रहा है। इस सब का मतलब है लागत में बड़ी कमी आना। कंपनी के पास फिलहाल दुर्ग में सिर्फ एक प्रबंधित संपत्ति है, लेकिन वह अब ऐसे कई और ठेके हासिल करना चाहती है।
जिंजर ने अपनी पुरानी टैरिफ रणनीति में भी बदलाव किया है। एक कमरे का किराया अब पहले के 999 की तुलना में 1000-1500 रुपये है, भले ही आप दिल्ली में हों या भुवनेश्वर में। अन्य नए बदलावों में आकर्षक दरों की पेशकश शामिल है जिसके तहत यदि आप बुकिंग पहले कराते हैं तो आपको स्टैंडर्ड दरों की तुलना में कम कीमत चुकानी होगी।
पूरे देश में अपनी मौजूदगी बढ़ाना जिंजर की विकास रणनीति का महज एक हिस्सा है। इस होटल श्रृंखला ने ऐसे प्रबंधकों की एक टीम तैयार की है जो सभी महत्वपूर्ण ग्राहकों की जरूरतों का ध्यान रखेगी, भले ही ये ग्राहक नियमित तौर पर आने वाले मेहमान हों या हाई प्रोफाइल अधिकारी। कंपनी ने ऐसे 500 ग्राहकों की एक विस्तृत सूची तैयार की है।
जिंजर के 60 फीसदी ग्राहक कॉरपोरेट सेक्टर से जुड़े हुए हैं। इनमें से 40 फीसदी ग्राहक तीन महीने में दो बार जिंजर आते हैं। पाणि ने बताया, 'हमारे अकाउंट मैनेजर अपने नियमित ग्राहकों के संपर्क में बने रहते हैं और हमारे द्वारा किए गए नए बदलावों या नया होटल खोले जाने आदि के बारे में उन्हें सूचित करते हैं।'
इसके अलावा जिंजर अपनी वेबसाइट में सुधार लाकर अपनी ऑनलाइन मौजूदगी मजबूत बनाने पर भी ध्यान दे रहा है। यह एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिये कंपनी सस्ते होटल वाले सेगमेंट में अपने ग्राहकों की तादाद बढ़ाना चाहती है।
पाणि कहते हैं, 'हम ऐसे विशेषज्ञों तक पहुंच बना रहे हैं जो ट्रैवल बिजनेस में इंटरनेट की भूमिका को समझते हैं। हमारे पास जल्द ही ऑनलाइन बुकिंग फॉरमेट का एक नया वर्सन मौजूद होगा। इससे पैकेजों को और अधिक महत्त्वपूर्ण एवं आकर्षक बनाया जा सकेगा।'
जल्द ही शुरू किया जाने वाला यह नया माध्यम पूरे देश में जिंजर की सभी संपत्तियों के ताजा रेट्स और उपलब्ध पैकेजों की जानकारी मुहैया कराएगा। इस ऑनलाइन फॉरमेट में जिंजर संपत्ति के आसपास मौजूद अन्य होटलों कीतुलनात्मक दरों की भी जानकारी मौजूद होगी।
उन्होंने कहा कि हाल के समय में कंपनी के सभी 20 होटलों में रूम ऑक्यूपेंसी (कमरों में ठहरने वाले मेहमानों का प्रतिशत) लगभग 65-70 फीसदी रही है। इससे पहले की तुलना में राजस्व अर्जित करने में अधिक मदद मिली है।
पाणि कहते हैं कि जिंजर एक फैंसी रेस्टोरेंट बनना नहीं चाहता जहां स्वीमिंग पूल और अन्य लक्जरी सुविधाओं की पेशकश की जाती है। उनका मानना है कि किफायती और बिना तामझाम वाले किसी होटल में ग्राहकों को इन सब सुविधाओं की जरूरत नहीं होती है।
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