अब दिल्ली मेट्रो में सफर होगा और भी सुहाना | बीएस संवाददाता / बेंगलुरु September 11, 2009 | | | | |
अब आप दिल्ली मेट्रो में आप अपने मोबाइल फोन को चार्ज कर सकेंगे। मेट्रो में सफर करना और भी सुरक्षित हो जाएगा क्योंकि अब मेट्रो के कोच में भी क्लोज सर्किट टीवी कैमरे लगे होंगे।
साथ ही, इसमें ऐसे डिस्क ब्रेक लगे होंगे, जो माइक्रोप्रोसेसर से संचालित होंगे। ये सारी खूबियां हैं, दिल्ली मेट्रो के नए कोचों में। स्वदेश में ही निर्मित इन कोचों को बनाया है, सार्वजनिक क्षेत्र की खनन और निर्माण कंपनी भारत अर्थमूवर्स लि. (बीईएमएल) ने। स्टैंडर्ड गेज पर चलने वाली ऐसे चार कोच की पहली खेप भी दिल्ली मेट्रो को मिल चुकी है।
श्रीधरन ने बताया कि दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) इन कोचों का इस्तेमाल अपने दूसरे चरण की परियोजना में चार लाइनों पर करेगी। बीईएमएल ने डीएमआरसी के साथ ऐसे 196 कोचों को 1,365 करोड़ रुपये में मुहैया करवाने का सौदा किया था। इसके तहत कंपनी छह कोचों के 46 सेट मुहैया करवाएगी। इस वक्त डीएमआरसी अपने 62 किमी के ब्रॉड गेज नेटवर्क पर 220 कोचों का इस्तेमाल कर रही है।
वैसे, वह बीईएमएल को 60 अतिरिक्त मेट्रो कोचों का ऑर्डर देने वाली है। इसका इस्तेमाल दिल्ली-फरीदाबाद रुट पर करेगी, जिसका निर्माण तीसरे चरण में होगा। स्टैंडर्ड गेज की मेट्रो की कोचों में सिंगल ग्लास पेन होता है, जबकि ब्रॉड गेज की कोच में डबल ग्लास पेन। इसके अलावा, इन कोचों में सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप और मोबाइल को चार्ज करने के लिए पावर प्वांइट, बेहतर एयरकंडीशनिंग और माइक्रो प्रोसेसर से संचालित होने वाले डिस्क ब्रेक होंगे।
श्रीधरन ने बताया कि, 'जब हम दूसरे चरण की शुरुआत करेंगे, तो पहले चरण की ब्रॉड गेज की लाइनों को भी स्टैंडर्ड गेज में बदल दिया जाएगा।' इसका मतलब यह हुआ कि अब दिल्ली मेट्रो भी अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक सिर्फ स्टैंडर्ड गेज कोच का इस्तेमाल करेगी। इन चार कोचों के हरेक सेट से एक वक्त में कम से कम 1,300 यात्री सफर कर सकेंगे।
श्रीधरन ने बताया कि, 'बीईएमएल द्वारा देश में ही बनाए गए मेट्रो कोच की कीमत आयतित मेट्रो कोच के मुकाबले 8-10 फीसदी कम है। बढ़ते स्थानीकरण से मेट्रो कोचों की कीमत 15-18 फीसदी तक कम हो सकती है।' बीईएमएल के पास बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लि. का 150 स्टैंडर्ड गेज कोचों की आपूर्ति करने का 1,673 करोड़ रुपये का ऑर्डर है। इसके लिए कोचों का पहला सेट परीक्षण के वास्ते अगले साल अक्टूबर में मुहैया करवा दिया जाएगा।
बीईएमएल के बेंगलुरु कारखाने में इन नए कोचों में लगे हैं डिस्क ब्रेक, जो नियंत्रित होते हैं माइक्रो प्रोसेसरों से
अब आप मेट्रो में सफर करते हुए चार्ज कर सकते हैं अपने मोबाइल फोन और लैपटॉप। इसके लिए लगे हैं इसमें चार्जिंग प्वाइंट्स
सुरक्षा के लिए कोचों के अंदर लगाए गए हैं क्लोज सर्किट टीवी कैमरे
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