बिजली चालित वाहनों के बाजार में बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए 500 करोड़ रुपये वाला लोहिया समूह कुमाऊं क्षेत्र के औद्योगिक नगर काशीपुर में उत्पादन इकाई लगाने जा रहा है।
समूह उत्तराखंड में 150 करोड़ रुपये निवेश कर यह इकाई लगाएगी। माना जा रहा है कि यह इकाई जुलाई से उत्पादन शुरू कर देगी। इस इकाई में बिजली चालित स्कूटर और तिपहिया वाहनों का निर्माण किया जाएगा। हस्तशिल्प के उत्पादों के निर्यात के लिए मशहूर इस कंपनी ने बताया कि इस इकाई में भी लगभग 300 लोगों को रोजगार मिलेगा।
लोहिया समूह के उपाध्यक्ष आयुश लोहिया ने बताया कि 'ई-स्कूटर और तिपहिया वाहन निर्माण क्षेत्र हमारे लिए बिल्कुल नया अनुभव है। हमें उम्मीद है कि हमें इस क्षेत्र में अच्छी शुरुआत मिलेगी।' पहले चरण में कंपनी 25 हजार से 35 हजार रुपये की कीमत के स्कूटर तीन मॉडलों में लाँच करेगी। इन स्कूटरों का औसत माइलेज एक बार चार्ज करने पर 70 किलोमीटर होगा।
इस साल के अंत तक कंपनी इस इकाई में तिपहिया वाहनों का उत्पादन भी शुरू कर देगी। कंपनी इन तिपहिया वाहनों की कीमत 40 हजार से 50 हजार रुपये के बीच ही रखेगी। तिनहिया वाहनों का औसतन माइलेज 50 किलोमीटर प्रति चार्ज होगा। इस संयंत्र की कुल क्षमता सालाना 3 लाख वाहनों का निर्माण करने की है।
इस संयंत्र का 70 फीसदी हिस्सा दोपहिया वाहनों के निर्माण के लिए और 30 फीसदी हिस्सा तिपहिया वाहनों के निर्माण के लिए किया जाएगा। कंपनी शुरुआत में इन वाहनों को पंजाब, हरियाण, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों में ही उतारेगी। धीरे धीरे कंपनी देश भर में अपने कदम बढ़ाएगी। इसके लिए कंपनी ने उत्तरी भारत में लगभग 50 डीलरों के साथ समझौता भी कर लिया है।