चांगी एयरपोर्ट ने मिलाया बीएपीएल से हाथ | अंडाल में प्रस्तावित एयरपोर्ट सिटी के विकास के लिए खरीदी 26 फीसदी हिस्सेदारी | | बीएस संवाददाता / कोलकाता July 16, 2009 | | | | |
सिंगापुर की चांगी एयरपोर्ट इंटरनैशनल (सीएआई) ने कहा कि उसने बंगाल एयरोट्रोपोलिस प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (बीएपीएल) में 2 करोड़ डॉलर के निवेश से 26 फीसदी हिस्सेदारी ली है।
गौरतलब है कि बीएपीएल एक स्पेशल पर्पज व्हीकल है, जो अंडाल में देश के पहले एयरपोर्ट सिटी प्रोजेक्ट का निर्माण करेगी। सीएआई के सीईओ वोंग वून लियोंग ने कहा कि यह पहला मौका है, जब सीएआई ने भारत के किसी एयरपोर्ट परियोजना में निवेश किया है।
उन्होंने बताया कि कंपनी योजना और विकास के स्तर पर कंसल्टेंसी साझेदार के तौर पर काम करेगी। उन्होंने बताया कि इससे कंपनी को लंबे समय में बेहतर रिटर्न मिलने की उम्मीद है। लियोंग और सीएआई के उप-सीईओ यूजेन गान को बीएपीएल के 19 सदस्यीय बोर्ड में शामिल किया गया है। उल्लेखनीय है कि सीएआई और बीएपीएल ने फरवरी 2008 में तकनीकी सेवा समझौता किया था।
इसके तहत सीएआई इस एयरपोर्ट परियोजना के मास्टर प्लान की समीक्षा करने की बात कही थी। इसके साथ ही कंपनी बीएपीएल के वरिष्ठ प्रबंधकों को सिंगापुर एविएशन एकेडमी में प्रशिक्षण भी दे सकती है। परियोजना पर शुरुआती चरण में 675 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।
इस परियोजना के लिए 3,100 एकड़ जमीन की जरूरत है और परियोजना की कुल लागत 10,000 करोड़ रुपये आने का अनुमान है। चांगी एयरपोर्ट इससे पहले सुनील मित्तल के साथ दिल्ली एयरपोर्ट के लिए बोली लगाने की योजना बना चुकी थी, लेकिन कुछ विवाद के चलते चांग ने निविदा प्रक्रिया से कुछ समय पहले ही समझौता तोड़ लिया। बाद में जीएमआर ग्रुप को यह परियोजना मिल गई।
इसके बाद चांगी ने 2007 में टाटा समूह की सहयोगी कंपनी टाटा रियल्टी ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ संयुक्त उद्यम बनाने के लिए समझौता किया। इसके तहत 51 फीसदी हिस्सेदारी टाटा रियल्टी के पास जबकि 49 फीसदी हिस्सेदारी चांगी के पास है।
करार के तहत भारतीय एयरपोर्ट के विकास और प्रबंध पर निवेश किया जाना प्रस्तावित है। चांगी और टाटा रियल्टी के संयुक्त उद्यम के बारे में पूछने पर लियोंग ने कहा कि हम समझौते पर कायम हैं। टाटा ग्रुप के अलावा, चांगी कन्नूर एयरपोर्ट के विकास के लिए लीला ग्रुप के साथ भी समझौता करने की संभावना तलाश रही है।
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