इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहनों का पंजीकरण वर्ष 2022 में अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया है। इस साल अक्टूबर के त्योहारी महीने में (30 अक्टूबर तक) यह संख्या 68,324 के करीब पहुंच चुकी है, जिसमें पिछले महीने की तुलना में 22.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। नवीनतम आंकड़े के लिहाज से जनवरी-अक्टूबर के बीच कुल दोपहिया पंजीकरण (आईसीई और इलेक्ट्रिक) में इलेक्ट्रिक दो पहिया की हिस्सेदारी अब चार प्रतिशत हो गई है। हालांकि आईसीई से इलेक्ट्रिक की ओर जाना इसके प्रति आकर्षण दर्शाता है, लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि वे यह देखने के लिए कुछ और महीने का इंतजार करना पसंद करेंगे कि क्या यह इजाफा विशुद्ध रूप से त्योहारों से प्रेरित था। इसकी वजह यह है कि कुल दोपहिया वाहनों (आईसीई और इलेक्ट्रिक) के पंजीकरण में अक्टूबर के दौरान भी पिछले महीने की तुलना में 45 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है। पिछले कुछ महीनों में निश्चित रूप से धीमी रफ्तार रहने के बाद मासिक आधार पर आईसीई दो पहिया पंजीकरण इलेक्ट्रिक वाहनों की तुलना में तेजी से बढ़ा है। ओला इलेक्ट्रिक शीर्ष दोपहिया विनिर्माताओं से आगे रही है, जिसने 15,000 से अधिक वाहनों का पंजीकरण किया, जो इस साल इलेक्ट्रिक दो पहिया क्षेत्र में किसी भी कंपनी से सबसे ज्यादा है। 86 इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनियों के संबंध में सरकारी वेबसाइट वाहन के आंकड़ों से पता चलता है कि इसके बाद ओकिनावा, एम्पीयर, एथर एनर्जी और बजाज ऑटो का स्थान आता है, जिन्होंने अक्टूबर में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में अपनी सर्वाधिक पंजीकरण संख्या दर्ज की है। अप्रैल के बाद कई महीनों के कमजोर प्रदर्शन के कारण जांच के घेरे रही ओला इलेक्ट्रिक के लिए यह अच्छी खबर है। मासिक आधार पर इसके पंजीकरण में गिरावट रही थी। हालांकि अक्टूबर में पंजीकरण पिछले महीने की तुलना में आश्चर्यजनक रूप से 53 प्रतिशत बढ़कर 15,095 पर पहुंच गया। इसके दोबरा पेश किए गए 99,000 रुपये वाले किफायती इलेक्ट्रिक स्कूटर मॉडल से स्पष्ट रूप से अंतर दिखा है। इसकी बुकिंग अक्टूबर में शुरू हुई थी। हालांकि 1,50,000 रुपये की कीमत के शुरुआती मॉडल की मांग कम रही और पेश किए जाने की शुरुआती अवधि के बाद भी धीमी रही।
