जेएसडब्ल्यू स्टील की भारतीय सहायक कंपनियां - भूषण पावर ऐंड स्टील (बीपीएसएल) और जेएसडब्ल्यू स्टील कोटेड प्रोडक्ट्स वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही के दौरान लाभ की राह पर आ सकती हैं। वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में बीपीएसएल और जेएसडब्ल्यू कोटेड ने घाटा दर्ज किया था। हालांकि बीपीएसएल पहली तिमाही से दूसरी तिमाही में लाभ से घाटे में आ गई, लेकिन जेएसडब्ल्यू कोटेड ने इस अवधि में अपना घाटा कम किया है।जेएसडब्ल्यू स्टील के संयुक्त प्रबंध निदेशक और समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी शेषगिरि राव ने कहा कि बीपीएसएल के इस बड़े बदलाव के लिए कई कारक जिम्मेदार थे, लेकिन वे दिक्कतें पीछे छूट गई हैं और चालू तिमाही में इसे सामान्य कर लिया जाएगा। बीपीएसएल को जिस प्रमुख बाधा से जूझना पड़ा, वह थी लौह अयस्क की उपलब्धता। राव ने कहा कि साल के पहले पांच महीने के दौरान देश में कुल लौह अयस्क उत्पादन में एक करोड़ टन तक की कमी आई है। साथ ही साथ लौह अयस्क और पेलेट का निर्यात 1.8 करोड़ टन से लुढ़ककर 70 लाख टन रह गया, लेकिन इससे उपलब्धता में सुधार नहीं आया।
