दीवाली का सप्ताह घरेलू विमानन कंपनियों के लिए सबसे अधिक व्यस्त समय होता है, लेकिन इस वर्ष इसमें थोड़ी कमी आई है। एक ओर ग्राहकों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है, दूसरी ओर ई-कॉमर्स कंपनियों की तरफ से विमान सेवा की मांग में काफी कमी आई है। इसका कारण यह है कि ज्यादातर ई-कॉमर्स फर्में अब ट्रकों और ट्रेनों द्वारा सामान भेजने को प्राथमिकता दे रही हैं। यह कदम ई-कॉमर्स फर्मों और भारतीय रेलवे के बीच समझौतों और पूर्ति केंद्रों के विस्तार के कारण हुआ है, जिससे भंडारण और तेज डिलिवरी में मदद मिल रही है। ऐसा अनुमान था कि त्योहारों के दौरान सामान की आपूर्ति बढ़ने के कारण दीवाली से पहले मालवाहक विमान सेवा (एयर कार्गो) दोगुनी हो जाएगी। लेकिन ई-कॉमर्स कंपनियों की ओर से इसकी मांग में कमी आई है। ग्लोबल फ्रेट प्लेटफॉर्म कोगोपोर्ट के सीईओ (एयर कार्गो और ट्रैकिंग) अमित बजाज ने कहा कि एयर कार्गो के बजाए सड़क मार्ग से माल परिवहन तेज होने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन उस हद तक नहीं, जैसा अभी देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हवाई माल किराया दरों में वृद्धि भी मांग में कमी का एक कारण है। विस्तारा के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी दीपक राजावत ने कहा कि उद्योग ने एयर कार्गो की मांग में वृद्धि का अनुमान लगाया था, विशेष रूप से महामारी नियंत्रण के कारण। हालांकि, वास्तविकता उम्मीदों के विपरीत रही है। उन्होंने कहा कि बाजार में कुल क्षमता में भी वृद्धि हुई जिससे सभी विमानन कंपनियों के लिए प्रतिस्पर्धा और बढ़ गई है। इंडिगो ने कहा कि विभिन्न भू-राजनीतिक और आर्थिक कारणों से अंतरराष्ट्रीय व्यापार भी सुस्त पड़ा है। इस बीच विमान ईंधन की लागत में भी बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल-अगस्त के बीच, घरेलू विमानन कंपनियों ने 554,000 टन से अधिक माल ढुलाई की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 23 फीसदी अधिक है। जबकि उड़ानों में वृद्धि के कारण माल की मात्रा में वृद्धि हुई है, लेकिन औसत भार कम हो रहा है। उद्योग के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले 3-4 महीनों में घरेलू कार्गो भार में 6-8 फीसदी की गिरावट आई है क्योंकि ई-कॉमर्स कंपनियां सड़क या रेल द्वारा अधिक से अधिक डिलिवरी ले जा रही हैं। राजावत ने हालांकि कहा कि उद्योग की व्यापक चुनौतियों के बावजूद विस्तारा अच्छा भार ले जाने में सफल रही है। नई ई-नीलामी के साथ हमारे राजस्व में विशेष रूप से इस त्योहार के समय में वृद्धि हुई है। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह एक महत्त्वपूर्ण उछाल है। रेल मंत्रालय ने वंदे भारत ट्रेनों में पार्सल जैसी नई पहल शुरू करने की भी योजना बनाई है ताकि अधिक माल ढुलाई को बढ़ाया जा सके। एमेजॉन इंडिया के उपाध्यक्ष और कंट्री मैनेजर मनीष तिवारी ने कहा कि कंपनी 2019 से भारतीय रेलवे के साथ काम कर रही है। रेलवे लेनों में पांच गुना की वृद्धि हुई है। उदाहरण के लिए, बेंगलूरु से मैसूरु को एक लेन के रूप में कहा जा सकता है। भारतीय रेलवे के साथ अपने जुड़ाव का उपयोग करते हुए, अब कंपनी के पास 325 से अधिक इंटरसिटी परिवहन लेन हैं। आज आपको रत्नागिरि या कोल्हापुर जैसे शहरों में तेजी से डिलिवरी मिलती है, क्योंकि कंपनी भारतीय रेलवे का पूरा लाभ उठा रही है। उन्होंने कहा कि जब आवश्यकता होगी, कंपनी हवाई और सड़क परिवहन दोनों का लाभ उठाएंगी और कंपनी के पास एक जटिल एल्गोरिद्म है जो इस पर काम करती है। एयर कार्गो और सड़क परिवहन दोनों ही फर्म का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं।
