सज्जन जिंदल के नियंत्रण वाली जेएसडब्ल्यू स्टील ने सितंबर तिमाही में 848 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध नुकसान दर्ज किया। स्टील की कीमतों में भारी कमी से कंपनी को घाटा हुआ है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 7,170 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। कंपनी की शुद्ध बिक्री इस अवधि में 28.9 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 41,122 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जिसे वॉल्यूम में बढ़ोतरी से सहारा मिले। पिछले साल की समान अवधि में कुल बिक्री 31,909 करोड़ रुपये की रही थी। कंपनी के नतीजे ब्लूमबर्ग के अनुमान के मुताबिक नहीं रहे, जिसने 298 करोड़ रुपये की शुद्ध आय की भविष्यवाणी की थी। क्रमिक आधार पर कंपनी का राजस्व बेहतर रहा। जून तिमाही में शुद्ध बिक्री 37,500 करोड़ रुपये रही थी और शुद्ध लाभ 838 करोड़ रुपये। सहायक कंपनियों के प्रदर्शन का भी एकीकृत परिणाम पर असर पड़ा। भूषण पावर ऐंड स्टील का कर पश्चात नुकसान 340 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का कर पश्चात लाभ 1,443 करोड़ रुपये रहा था। जेएसडब्ल्यू कोटेड प्रॉडक्ट्स का कर पश्चात नुकसान 260 करोड़ रुपये, जेएसडब्ल्यू स्टील यूएसए ओहियो का परिचालन एबिटा नुकसान तिमाही में 4.025 करोड़ डॉलर रहा। एकल आधार पर जेएसडब्ल्यू स्टील का कर पश्चात शुद्ध नुकसान तिमाही में 91 करोड़ रुपये रहा। एचडीएफसी लाइफ का लाभ 19 फीसदी बढ़ा निजी क्षेत्र की बीमा कंपनी एचडीएफसी लाइफ का शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 19 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 326.24 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 274.16 करोड़ रुपये रहा था। बीमा कंपनी के नए बिजनेस की वैल्यू सालाना आधार पर 10.3 फीसदी की बढ़त के साथ 748 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 678 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी के नए बिजनेस का मार्जिन 28.3 फीसदी रहा, जिसे बेहतर प्रॉडक्ट मिक्स, बेहतर खर्च अनुपात, कम क्लेम और राजस्व में अच्छी बढ़ोतरी से सहारा मिला। कंपनी को नए बिजनेस से प्रीमियम सालाना आधार पर 7 फीसदी घटकर 6,147 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 6,596 करोड़ रुपये रहा था। आईडीबीआई बैंक का शुद्ध लाभ 46 फीसदी बढ़ा आईडीबीआई बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 46 फीसदी बढ़कर 828 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 567.12 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। बैंक ने बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 6,065.51 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष समान तिमाही में 5,129.92 करोड़ रुपये रही थी। परिसंपत्ति गुणवत्ता के मामले में, बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर सकल कर्ज का 16.51 फीसदी रह गईं, जो 2021 की सितंबर तिमाही में 21.85 फीसदी थी। वहीं बैंक का शुद्ध एनपीए भी 1.71 फीसदी से घटकर 1.15 फीसदी रह गया। हिंदुस्तान जिंक का शुद्ध लाभ 33 फीसदी बढ़ा वेदांत समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक का एकीकृत शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में 2,680 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के 2,017 करोड़ रुपये के मुकाबले करीब 33 फीसदी ज्यादा है। शुक्रवार को बीएसई पर हिंदुस्तान जिंक का शेयर 0.88 फीसदी की बढ़त के साथ 280 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का परिचालन राजस्व इस अवधि में 36 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 8,336 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जिसे रिफाइंड मेटल व चांदी के ज्यादा वॉल्यूम से सहारा मिला। साथ ही रणनीतिक हेजिंग व जस्ते की कीमतों का भी इसमें योगदान रहा। एक साल पहले की समान अवधि में राजस्व 6,122 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी का एबिटा इस अवधि में सालाना आधार पर 31.7 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 4,387 करोड़ रुपये रहा, पर क्रमिक आधार पर यह 16.9 फीसदी कम है। कंपनी ने कहा, इनपुट लागत के दबाव के कारण ऐसा हुआ। करुर वैश्य बैंक का लाभ 52 फीसदी बढ़ा करुर वैश्य बैंक का शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में 52 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 250 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 165 करोड़ रुपये रहा था। बैंक की परिचालन आय इस अवधधि में 572 करोड़ रुपये रही, जो पहले 375 करोड़ रुपये रही थी। बैंक की शुद्ध ब्याज आय इस दौरान 21 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 821 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 680 करोड़ रुपये रही थी। बैंक का सकल एनपीए घटकर 3.97 फीसदी रह गया, जो एक साल पहले 7.38 फीसदी रहा था। समीक्षाधीन अवधि में बैंक का शुद्ध एनपीए 1.36 फीसदी रहा, जो एक साल पहले 2.99 फीसदी रहा था। पूनावाला फिनकॉर्प का लाभ 71 फीसदी बढ़ा पूनावाला फिनकॉर्प लिमिटेड का शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 70.8 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 163 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कर्ज वितरण व मार्जिन में सुधार के दम पर मुनाफा बढ़ा। कंपनी की शुद्ध ब्याज आय 33 फीसदी बढ़कर 446 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। क्रमिक आधार पर भी शुद्ध ब्याज आय में 12 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। शुद्ध ब्याज मार्जिन इस अवधि में 9.8 फीसदी रहा, जो एक साल पहले के मुकाबले 77 आधार अंक ज्यादा है। कंपनी का शेयर बीएसई पर 4.58 फीसदी की गिरावट के साथ 315.75 रुपये पर बंद हुआ।
