विकासशील देश के टीका निर्माता महामारी के दौरान देशों के बीच वस्तुओं, सेवाओं, निर्बाध जानकारी के आदान-प्रदान के लिए ‘वैश्विक महामारी संधि’ के पक्ष में राय रख रहे हैं। इस बीच विकासशील देशों के टीका निर्माता नेटवर्क (डीसीवीएमएन) की 23वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र से जुड़े दुनिया के दिग्गज लोगों और भारत के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह कोविड-19 टीके से परे देखने का समय आ गया है। डीसीवीएमएन में 15 देशों के नवाचार करने वाले 40 से अधिक लोग और टीका निर्माता शामिल हैं। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ (मुख्य कार्याधिकारी) अदार पूनावाला ने कहा कि डीसीवीएमएन ने पिछले 20 महीने में 8 अरब खुराक या वैश्विक आपूर्ति के लगभग 50-60 प्रतिशत की आपूर्ति की। डीसीवीएमएन के बोर्ड चेयर और भारत बायोटेक इंटरनैशनल (बीबीआईएल) के कार्यकारी निदेशक साई डी प्रसाद ने कहा कि दुनिया की 50 प्रतिशत टीका आपूर्ति डीसीवीएम द्वारा की गई थी, लेकिन उसे वैश्विक शोध एवं विकास (आरऐंडडी) की फंडिंग का केवल 5 प्रतिशत हिस्सा मिला।
