पूंजी बाजार में पारदर्शिता एवं निष्पक्षता बढ़ाने के मकसद से बाजार नियामक सेबी प्रतिभूति बाजार में गड़बड़ियों का पता लगाने के साथ ही अपनी नीतियां बनाने में उपयोगी डेटा समाधानों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने वित्त वर्ष 2021-22 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया है। सेबी ने कहा कि डेटा के अलावा प्रौद्योगिकी के उपयोग पर भी उसका विशेष ध्यान है।सेबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "डेटा और प्रौद्योगिकी ऐसे दो नए साधन हैं जिन्हें सेबी अपने लिए बना रहा है। इस कदम से प्रतिभूति बाजार में पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ावा मिलेगा।" बाजार नियामक ने कहा कि वह बाजारों में होने वाली गड़बड़ियों को पकड़ने के लिए डेटा का इस्तेमाल लगातार बढ़ाता जा रहा है। शेयरों की खरीद-बिक्री पर निगरानी रखने या बाजार मध्यवर्ती फर्मों के निरीक्षण या धांधली की पड़ताल जैसे कार्यों में सेबी डेटा उपयोग पर खास जोर दे रहा है।सेबी ने कहा कि नीतियां बनाने के मामले में वह डेटा पर अधिक-से-अधिक निर्भर करेगा और किसी भी तरह की हठधर्मिता नहीं दिखाएगा। सेबी की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, "निर्णय निर्माण का कार्य पुराने प्रसंगों का जिक्र करने के बजाय डेटा-समर्थित सिद्धांतों एवं तर्कों से निर्देशित होगा।" जानकारी के आधार पर निवेशकों के निर्णय-निर्माण में मदद करने के लिए सेबी बाजार अवसंरचना संस्थानों और बाजार भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है। इसका मकसद बाजार के हर हिस्से से संबंधित स्वतंत्र, मानकीकृत, संरेखित और मशीन के पढ़े जाने लायक डेटा मुहैया कराना है।
