निवेश बैंकरों का कहना है कि अगले 6 महीनों के दौरान करीब 10 कंपनियां आईपीओ के जरिये लगभग 9,000 करोड़ रुपये जुटाने की संभावना तलाश रही हैं। प्राथमिक बाजार में आने की तैयारी कर रही कंपनियों में फाइव-स्टार बिजनेस फाइनैंस, प्रिस्टीन लॉजिस्टिक्स, लैंडमार्क कार्स, सेंको गोल्ड, डीसीएक्स सिस्टम्स, कायनेस टेक्नोलॉजी, और यूनिपार्ट्स इंडिया शामिल हैं। निवेश बैंकरों का कहना है कि जहां इनमें से कुछ निर्गम निश्चित तौर पर पेश किए जाने हैं, वहीं कुछ कंपनियां बाजार हालात अनुकूल नहीं रहने पर अपनी पेशकशों से पीछे हट सकती हैं। वर्ष 2021 के रिकॉर्ड के बाद, आईपीओ बाजार में हाल के महीनों में तेज उतार-चढ़ाव के बीच कमजोर हो गया था, क्योंकि खासकर अमेरिका और यूरोप में मंदी की चिंताओं की वजह से बाजार में गिरावट को बढ़ावा मिला है। विपरीत बाजार हालात से महामारी से प्रभावित जुलाई 2020 की तिमाही के बाद से सितंबर 2022 की तिमाही सर्वाधिक खराब अवधि बन गई। पिछली तिमाही में,सिर्फ चार निर्गम ही 2,965 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने में सफल रहे। सेंट्रम कैपिटल के प्रबंध निदेशक राजेंद्र नाइक ने कहा, ‘बाजार की अस्थिरता से निवेशकों ने पिछली तिमाही में आईपीओ पर दांव लगाने से परहेज किया। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय तौर पर बढ़ती ब्याज दरों से भी एफपीआई बिकवाली को बढ़ावा मिला।’बढ़ती मुद्रास्फीति ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व समेत कई प्रमुख केंद्रीय बैंकों को आक्रामक मौद्रिक नजरिया अपनाने के लिए बाध्य किया है। फेडरल रिजर्व ने सितंबर में लगातार तीसरी बार ब्याज दरों में 75 आधार अंक तक का इजाफा किया और बेंचमार्क फेडरल फंड दर के लिए लक्ष्य 3-3.25 प्रतिशत के दायरे में निर्धारित किया। फेड द्वारा आक्रामक मौद्रिक सख्ती से बॉन्ड प्रतिफल में बदलाव और डॉलर में तेजी को बढ़ावा मिला है। अनिश्चित वैश्विक परिवेश से घरेलू बाजारों से विदेशी पूंजी की निकासी बढ़ी है। एफपीआई ने भारतीय इक्विटी में वर्ष 2022 में 1.6 लाख करोड़ रुपये लगाए, जबकि उन्होंने 13,000 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। अभी भी, वे अक्टूबर में करीब 1,691 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार बने हुए हैं। विदेशी निवेशकों की भागीदारी ने आईपीओ बाजारको मजबूत बनाने में अहम योगदान दिया है। बैंकरों का कहना है कि उतार-चढ़ाव के बावजूद, बाजार में अच्छे आईपीओ को खपाने के लिए पर्याप्त तरलता है। हाल के निर्गमों हर्षा इंजीनियर्स और इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट को 70 गुना से अधिक अभिदान मिला था। 1,000 करोड़ रुपये से कम आकार के कई निर्गमों को अगले कुछ सप्ताहों में पेश किए जाने की संभावना है।
