दलित इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) का एकदिवसीय एससी-एसटी बिजनेस कॉन्क्लेव बुधवार को भोपाल में आयोजित हुआ। मध्य भारत में हुए अपनी तरह के इस पहले आयोजन में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश के एमएसएमई मंत्री ओेम प्रकाश सकलेचा तथा औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्द्धन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, डिक्की के फाउंडर चेयरमैन मिलिंद कांबले और वर्तमान प्रेसिडेंट रवि कुमार नर्रा के अलावा बड़ी तादाद में एससी-एसटी उद्योगपतियों ने शिरकत की।देश भर से आए एससी-एसटी कारोबारियों और उद्यमियों के साथ राउंड टेबल चर्चा के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वह चार मंत्रियों की एक समिति का गठन कर रहे हैं जो डिक्की के साथ मिलकर एससी-एसटी उद्योगपतियों को होने वाली जमीनी समस्याओं के निराकरण के लिए काम करेगी और उनके सुझावों को अमली जामा पहनाएगी। इस मौके पर प्रदेश के एमएसएमई मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा ने कहा कि अगर डिक्की पदाधिकारी प्रदेश में तहसील स्तर पर कारोबारी क्लस्टर बनाने की योजना पेश करते हैं तो उनका विभाग 10 रुपये प्रति वर्ग फीट की न्यूनतम दर पर जमीन उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। डिक्की मध्यप्रदेश चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. अनिल सिरवैया ने बताया कि बिजनेस कॉन्क्लेव में डिक्की और मप्र सरकार के एमएसएमई विभाग के बीच कौशल विकास को लेकर एमओयू साइन हुआ। कॉन्क्लेव में देशभर के 2,000 से अधिक एससी-एसटी कारोबारी और स्टार्टअप शामिल हुए। देश के विभिन्न राज्यों से आए डिक्की के 26 बिजनेस लीडर्स ने अपनी सक्सेस स्टोरी युवा उद्यमियों के साथ साझा कीं।
