आर्थिक गतिविधियों से जुड़े साप्ताहिक संकेतकों में तेजी के रुझान बरकरार रहे। हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में भी तेजी आई। रविवार को ही करीब 400,000 यात्रियों ने उड़ान भरी। साप्ताहिक औसत आंकड़ों के मुताबिक 2,707 विमानों में रोजाना 365,000 यात्रियों ने उड़ान भरी। पिछले से पिछले हफ्ते 364,000 यात्रियों ने यात्रा की थी और कुल 2,672 विमानों ने उड़ान भरी थी। आवाजाही के संकेतकों से यह अंदाजा मिलता है कि छुट्टियां बिताने वाली जगहों पर लोगों की भीड़ बढ़ी है। सर्च इंजन गूग अनाम लोकेशन डेटा का इस्तेमाल कर यह पता लगाता है कि महामारी के दौरान लोगों की गतिविधियां कैसी हैं। रिटेल स्टोर और मनोरंजन स्थलों पर जाने वालों की तादाद 2020 की समान अवधि की तुलना में पिछले हफ्ते 8.7 फीसदी अधिक रही। पार्क में जाने वालों की तादाद में भी 16 फीसदी की तेजी आई क्योंकि दफ्तर जाने वालों की संख्या में कमी आई है। पिछले हफ्ते 412,000 वाहनों का पंजीकरण कराया गया। यह 2019 की समान अवधि की तुलना में 5 फीसदी अधिक है। उस वक्त कुल वाहनों के पंजीकरण की संख्या 391,000 थी। लगातार दूसरे हफ्ते वाहनों के पंजीकरण का आंकड़ा 410,000 से अधिक रहा। वैश्विक लोकेशन तकनीक कंपनी टॉम टॉम इंटरनैशनल के आंकड़े दर्शाते हैं कि 2019 की तुलना में महानगरों में सोमवार सुबह 9 बजे के यातायात के आंकड़े कम ही हैं। नई दिल्ली में यातायात 2019 की तुलना में 24 फीसदी कम है। वहीं मुंबई में यातायात 39 फीसदी कम है। भारतीय रेलवे ने कम माल ढुलाई की है। पिछले हफ्ते माल ढुलाई में वृद्धि 3.34 फीसदी रही जबकि पिछले से पिछले हफ्ते इसमें 8.91 फीसदी की वृद्धि देखी गई थी। माल ढुलाई से होने वाली कमाई पहले के 13.43 फीसदी की तुलना में 13.38 फीसदी बढ़ी। देश में बिजली उत्पादन की मात्रा 2019 की तुलना में 24.4 फीसदी रही। सात दिनों के औसत आंकड़ों के मुताबिक पिछले हफ्ते बिजली संयंत्रों ने कुल 410.8 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया। वर्ष 2019 में यह आंकड़ा 330.3 करोड़ यूनिट था। हफ्ते दर हफ्ते बिजली उत्पादन में 5 फीसदी की गिरावट आई। बिज़नेस स्टैंडर्ड इन संकेतकों का जायजा अर्थव्यवस्था की साप्ताहिक तस्वीर का अंदाजा लगाने के लिए लेता है। वैश्विक स्तर पर विश्लेषक समान संकेतकों का इस्तेमाल कर रहे हैं क्योंकि वृहद अर्थव्यवस्था के आधिकारिक आंकड़े अक्सर देरी से जारी होते हैं। इससे हमें कोविड-19 महामारी के बाद अर्थव्यवस्था पर पड़े असर की तात्कालिक तस्वीर का अंदाजा मिल जाता है जिसकी शुरुआत दो साल पहले हुई थी। गूगल के डेटा अक्सर देरी के साथ जारी होते हैं। ताजा आंकड़े 4 अक्टूबर के हैं। यातायात के आंकड़े 10 अक्टूबर सोमवार सुबह 9 बजे के हैं। बाकी सभी डेटा रविवार 9 अक्टूबर के हैं।
