शुरुआती उत्साह के बाद इलेक्ट्रिक दोपहिया बाजार की तस्वीर बदल रही है। इस क्षेत्र में 80 कंपनियां काम कर रही हैं मगर वाहन पोर्टल के आंकड़े खंगालने से पता चलता है कि सितंबर में पंजीकृत 86 फीसदी इलेक्ट्रिक दोपहिया (अधिकतर ई-स्कूटर) सात शीर्ष कंपनियों के ही थे। इनमें बजाज ऑटो और टीवीएस के अलावा ओला इलेक्ट्रिक, हीरो इलेक्ट्रिक, ऐथर एनर्जी, ओकीनावा और एंपियर शामिल हैं। इन सात कंपनियों में से हरेक के 1,000 से ज्यादा वाहनों का पंजीकरण हुआ है। दूसरी ओर ई-दोपहिया बनाने वाली आधे से अधिक पंजीकृत कंपनियों के दस-दस वाहन भी सितंबर में पंजीकृत नहीं हो सके। 11 कंपनियों के ब्रांडों का तो एक भी वाहन पंजीकरण के लिए नहीं पहुंचा। चीन से दोपहिया वाहनों का आयात करने वाली कई कंपनियों के लिए तो वाहन बेचना ही मुश्किल साबित हुआ। इस साल जून में पंजीकृत कुल वाहनों में शीर्ष सात कंपनियों की हिस्सेदारी 81 फीसदी थी। सितंबर में नौ कंपनियों के हजार-हजार से अधिक इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बिके थे। सितंबर में उनमें से दो कंपनियां इस जमात से बाहर हो गईं। दिलचस्प है कि पहले से पेट्रोल इंजन वाले दोपहिया बना और बेच रहीं टीवीएस तथा बजाज ऑटो इस बाजार में भी दौड़ने लगी हैं और पैठ बढ़ा रही हैं। सितंबर में इन दोनों कंपनियों ने कुल 6,488 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन पंजीकृत कराए, जो कुल पंजीकरण का 12 फीसदी से अधिक हिस्सा है। बजाज ऑटो उस महीने पहली बार शीर्ष सात (सातवें स्थान पर) की सूची में शामिल हुई। टीवीएस पहले से ही इस फेहरिस्त में बैठी है। जनवरी से अक्टूबर के आरंभ तक की अवधि में इन दोनों कंपनियों ने कुल 38,433 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का पंजीकरण कराया जो इस श्रेणी के कुल पंजीकरण का 10 फीसदी से भी कम है। हालांकि यह साफ होता जा रहा है कि पुरानी वाहन कंपनियां अपने मजबूत डीलर एवं वितरण नेटवर्क के दम पर नई इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनियों को कड़ी टक्कर देंगी। विश्लेषकों का कहना है कि इससे उद्योग में बड़ी कंपनियों का दबदबा और बढ़ेगा तथा संख्या भी कम होगी। ऐथर एनर्जी में निवेश करने वाली हीरो मोटोकॉर्प खुद भी इस बाजार में उतरने को तैयार है और जल्द ही अपना ई-स्कूटर पेश कर सकती है। एक दोपहिया कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'वास्तविक जंग मोटरसाइकल श्रेणी में दिखेगी, जिसकी दोपहिया बाजार में करीब 60 से 70 फीसदी हिस्सेदारी है। हमारा जोर उसी पर है। नई कंपनियां इस श्रेणी के बारे में बयान ही दे रही हैं, कुछ और नहीं कर रहीं।' मगर पेट्रोल वाले दोपहिया चलाने वाले कितने ग्राहक ई-दोपहिया की ओर जाएंगे? जनवरी से अक्टूबर के पहले दो दिन तक के पंजीकरण आंकड़ों से पता चलता है कि इस अवधि में करीब 3,88,506 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन पंजीकृत हुए।
