भारत के प्रमुख डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के माध्यम से लेन-देन मूल्य व मात्रा दोनों हिसाब से सितंबर महीने में एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के आंकड़ों के मुताबिक यूपीआई प्लेटफॉर्म के माध्यम से सितंबर महीने में 11.17 लाख करोड़ रुपये का 6.8 अरब लेन-देन हुआ है। यह पिछले माह की तुलना में मात्रा व मूल्य के हिसाब से क्रमशः 3.05 प्रतिशत और 4.06 प्रतिशत ज्यादा है। पिछले साल की समान अवधि की तुलना में लेनदेन की मात्रा में 85.55 प्रतिशत और लेन-देन के मूल्य में 70.61 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। यह लगातार तीसरा महीना है, जब यूपीआई से लेन-देन की मात्रा 6 अरब के पार गई है। धन स्थानांतरण व्यवस्था के तहत यूपीआई से रियल टाइम में धन का हस्तांतरण होता है। इससे धन हस्तांतरण के साथ मर्चेंट पेमेंट सिस्टम भी संचालित है। यूपीआई से लेन-देन में बढ़ोतरी से कुल मिलाकर डिजिटल लेन देन में बढ़ोतरी का पता चलता है। इसका संकेत रिजर्व बैंक के डिजिटल पेमेंट सूचकांक से भी मिलता है, जो मार्च 2020 के 207.94 से बढ़कर मार्च 2022 में 349.30 पर पहुंच गया है। इस सूचकांक से देश में डिजिटलीकरण की स्थिति का पता चलता है।
