स्पाइसजेट, जिसने पिछले सप्ताह 80 पायलट को बिना सैलरी के तीन महीने की छुट्टी पर भेज दिया था, ने आज गुरुवार को कहा कि वह अक्टूबर से अपने बचे हुए सीनियर पायलट की सैलरी में 20 फीसदी की वृद्धि करेगा।नई विमान कंपनी आकाश एयरलाइन के आने के बाद सीनियर पायलट की मांग बढ़ गई है। यह कंपनी इन सीनियर पायलट को अच्छी सैलरी पर हायर कर रही है। स्पाइसजेट को पिछले चार साल से घाटा हो रहा था। सुरक्षा नियमों में उल्लंघन के कारण नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इसकी उड़ानों में 50 फीसदी की कमी कर दी थी। इसलिए 27 जुलाई से ही स्पाइसजेट अपनी आधी क्षमता के साथ ही उड़ान भर रहा है। स्पाइसजेट के सीनियर उपाध्यक्ष गुरुचरण अरोड़ा ने एक ईमेल के जरिए पायलटों से कहा कि हम अपने बिजनेस में सुधार के तहत अपने कैप्टन और सीनियर उच्च अधिकारियों के वेतन में 20 फीसदी की वृद्धि करेंगे।उन्होंने कहा कि विमान कंपनी अपने पायलटों की बेसिक सैलरी बढ़ाने पर काम कर रही है। पिछले महीने हमारे कैप्टन को 6 फीसदी बढ़त के साथ सैलरी मिली है। उन्होंने आगे कहा कि स्पाइसजेट को सरकार की आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना के तहत लोन की स्वीकृति मिल चुकी है। विमान कंपनी को पहली किश्त का लोन मिल चुका है और दूसरी किश्त का लोन बहुत जल्द मिलने वाला है। इसके अलावा कंपनी का प्रबंधन भी 20 करोड़ डालर के फंड की व्यवस्था करने में लगा हुआ है। इस सप्ताह की शुरुआत में ही कंपनी ने कहा कि वह बोइंग 737 मैक्स एयरक्राफ्ट को अपने बेड़े में शामिल करेगी। इसके बाद जिन 80 पायलट को बिना सैलरी के छुट्टी पर भेजा गया है उन्हें सर्विस में वापस लिया जाएगा। स्पाइसजेट पिछले चार साल से घाटे से जूझ रही है। इसको वित्त वर्ष 2019 में 316 करोड़ रुपये, 2020 में 934 करोड़ रुपये, 2021 में 998 करोड़ रुपये और 2022 में 1,725 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। वहीं कंपनी को वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में भी 729 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
