मंडियों में नये सोयाबीन की आवक शुरू हो चुकी है। अगले सप्ताह से इसके जोर पकड़ने की संभावना है। जिससे इसकी कीमतों में गिरावट भी आने लगेगी। सोयाबीन की बोआई इस साल पिछले साल जितनी ही हुई है, लेकिन अनुकूल मौसम से इसका उत्पादन पिछले साल की तुलना में ज्यादा होने का अनुमान है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल 120.70 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बोआई हुई है। जानकारों के मुताबिक इस साल 125 से 130 लाख टन सोयाबीन का उत्पादन होने का अनुमान है। पिछले साल उत्पादन 120 लाख टन था। महाराष्ट्र के सोयाबीन कारोबारी मोहन मूंदड़ा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि नये सोयाबीन की आवक शुरू हो चुकी हैं। जिसका भाव 5,100-5,200 रुपये क्विंटल चल रहा है। उत्पादन बढ़ने की उम्मीद में सोयाबीन के दाम गिर रहे हैं। अगस्त से अब तक भाव 1000-1200 रुपये क्विंटल घट चुके हैं। ओरिगो ई.मंडी के सहायक महाप्रबंधक (जिंस-शोध) तरुण तत्संगी कहते हैं कि अभी कुछ ही इलाकों में नये सोयाबीन की छिटपुट आवक ही शुरू हुई है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के सोयाबीन उत्पादक इलाकों की कुछ ही मंडियों में 150 से 200 बोरी ही नये सोयाबीन की आवक हो रही है। अगले सप्ताह से आवक धीरे धीरे जोर पकड़ने की उम्मीद है। इस समय इंदौर मंडी में सोयाबीन करीब 5,100 रूपये क्विंटल बिक रहा है। आवक बढ़ने के साथ ही इसमें गिरावट आने लगेगी। अगले माह तक इसके लुढ़ककर एक बार 4,500 रुपये प्रति क्विंटल तक जा सकते हैं। फिर निचले भाव पर खरीदारी बढ़ने पर कीमतें सुधर सकती हैं। बीते डेढ़ महीने में सोयाबीन के भाव 20 फीसदी टूट चुके हैं। मध्य प्रदेश के सोयाबीन किसान रोहित काशिव ने कहा कि अभी खंडवा, नीमच जिले में नया सोयाबीन आना शुरू हुआ है। सभी जिलों में सोयाबीन की नई आवक शुरू होने में 10 दिन और लग सकते हैं। जिन किसानों ने नई किस्मों मसलन 1135,2172,2048, 2029 आदि की बोआई की है, उन्हें अच्छा उत्पादन मिलेगा। जल्दी फसल लेने के चक्कर में पुरानी किस्मों को बोने वाले किसानों के खेतों में फंगस लगने से कम सोयाबीन पैदा होगा।
