अगर आप इस साल दशहरे से दीवाली के बीच विमान यात्रा की योजना बना रहे हैं तो आपको पिछले साल के मुकाबले 20 से 30 फीसदी ज्यादा किराया देना होगा। मांग और विमान ईंधन की कीमतें बढ़ने से इस दौरान कुछ हवाई मार्गों पर विमान किराया बढ़ गया है। इक्सिगो के सह-संस्थापक रजनीश कुमार कहते हैं, ‘पिछले साल की तुलना में इस साल दशहरे से दीवाली के अवकाश वाले सप्ताह में हवाई यात्रा की खोज में 25-30 फीसदी की वृद्धि हुई है। अंतरराष्ट्रीय यात्रा पूरी तरह से पर्यटकों के लिए खुल गई है और टीका लेने वाले यात्रियों को प्रवेश के लिए कुछ ही जरूरतों को पूरा करना है। इस कारण हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस साल त्योहारी सीजन में हवाई यात्रा की मांग कोरोना से पहले के स्तर तक पहुंच सकती है। इक्सिगो के संकलित आंकड़ों के अनुसार मुंबई-दिल्ली, बेंगलूरु-दिल्ली, हैदराबाद-दिल्ली जैसे मेट्रो मार्गों पर हवाई किराये में औसतन 20-33 फीसदी की वृद्धि हुई है। दिल्ली-हैदराबाद हवाई मार्ग पर सालाना आधार पर किराये में 3 फीसदी का इजाफा हुआ है। मगर कोलकाता-दिल्ली, कोलकाता-मुंबई, दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-बेंगलूरु जैसे हवाई मार्गों पर सालाना आधार पर किराये में 2-7 फीसदी की कमी आई हैं। जबकि सितंबर में सालाना आधार पर विमान ईंधन की कीमतों में 83 फीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं एयरलाइंस द्वारा अपनी क्षमता में बढ़ोतरी की गई है। एयरलाइंस ने अगस्त 2021 की तुलना में पिछले महीने 37 फीसदी अधिक उड़ानें भरीं और 50 फीसदी अधिक यात्रियों को ढोया हैं। क्लियरट्रिप के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हम उम्मीद कर रहे हैं कि त्योहारी सीजन में हवाई यात्रा बाजार 35 फीसदी की सालाना आधार से बढ़ेगा। स्वतंत्रता दिवस और गणेश चतुर्थी की छुट्टियों के दौरान देखी गई तेजी इस बात का स्पष्ट संकेत है कि त्योहारी सीजन के दौरान मांग में वृद्धि होगी। दशहरा और दीवाली के दौरान मुंबई, गोवा और जैसलमेर की भारत के अंदर बुकिंग शेयर में सबसे अधिक (होटल बुकिंग का 40 फीसदी से अधिक) हिस्सेदारी है। इसी अवधि में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिंगापुर, दुबई और पटाया की बुकिंग शेयर में (होटल बुकिंग का 38 फीसदी) अधिकतम हिस्सा है। यात्रा डॉट कॉम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (उड़ान) भरत मलिक कहते हैं, ‘वर्ष 2021 की तुलना में इस साल त्योहारी सीजन में हमने मांग और बुकिंग से जुड़े सवालों में 5-7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। हमें आशा हैं कि इस त्योहारी सीजन में मांग में वृद्धि होगी जो उद्योग के विकास में सहायक होगी।’
