पतंजलि समूह का इरादा अगले पांच से सात वर्षों में 1 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हासिल करने का है, जो अभी 40,000 करोड़ रुपये है। बाबा रामदेव ने आज आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि वह चार कंपनियों पतंजलि आयुर्वेद, पतंजलि वेलनेस, पतंजलि लाइफस्टाइल और पतंजलि मेडिसिन को अगले पांच वर्षों में सूचीबद्ध कराएंगे और अगले पांच साल में समूह का इरादा 5 लाख करोड़ रुपये का बाजार पूंजीकरण हासिल करने का है। समूह की एक सूचीबद्ध इकाई पतंजलि फूड्स पहले से है, जिसे पहले रुचि सोया इंडस्ट्रीज के नाम से जाना जाता था। इस अवधि में समूह की योजना 5 लाख लोगों के लिए रोजगार सृजित करने की भी है। पतंजलि वेलनेस के तहत कंपनी का इरादा 25,000 बेड के परिचालन की है और इसके केंद्र की संख्या मौजूदा 50 से दोगुना करने की है। रामदेव ने कहा, हमारा इरादा 1 लाख पतंजलि वेलनेस सेंटर खोलने का है और एलोपैथिक इलाज हटाना चाहते हैं क्योंकि शल्य चिकित्सा के अलावा इसकी जरूरत नहीं है। रामदेव ने कहा, पतंजलि फूड ब्रांड को बदनाम करने वालों के खिलाफ हमने 100 लीगल नोटिस भेजे हैं और एफआईआर दर्ज कराए हैं, लेकिन यह नहीं बताया कि किसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पतंजलि के गाय घी के नमूने रुद्रपुर की लैब में आरएम वैल्यू की जांच में नाकाम हुए। रिपोर्ट कंपनी को दी गई। हमने इसके खिलाफ अपील की और एक और बैच के नमूने नैशनल फूड लैबोरेटरी, गाजियाबाद में जांचे गए और आरएम वैल्यू 29.24 पाई गई, जो इस श्रेणी में सबसे बेहतर है। पतंजलि की योजना 11 राज्यों के 55 जिलों में 15 लाख हेक्टेयर भूमि पर ऑयल पाम प्लांटेशन की है और अगले 5-7 साल में सालाना 2,000 करोड़ रिटर्न हासिल करने की है। बाबा रामदेव ने कहा, ऑयल पाम प्लांटेशन अगले 40 साल तक रिटर्न देगा और भारत खाद्य तेल के आयात पर खर्च होने वाली रकम बचा पाएगा।
