बुलेट ट्रेन के बाद अब भारत रेलवे में एक नई टेक्नोलॉजी लाने की तैयारी कर रहा है। देश की पटरियों पर दौड़ने के लिए अगले साल तक ऐसी ट्रेनें तैयार होंगी जो कि हाइड्रोजन पावर से चलेंगी। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दावा किया है कि यह भारत इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है। ओडिशा में एक कार्यक्रम में पहुंचे रेल मंत्री वैष्णव ने कहा, “रेलवे गति शक्ति टर्मिनल्स पॉलिसी के जरिए भारत के रिमोट और अनकनेक्टेड क्षेत्रों को रेलवे नेटवर्क से कनेक्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। इस पॉलिसी पर तेजी से काम चल रहा है।”बता दें, हाल ही में देश की वंदेभारत ट्रेन को रेलवे सेफ्टी कमिशनर की ओर से ग्रीन सिग्नल मिला है। रेल मंत्री वैष्णव ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल रन सफलतापूर्वक हो गया है। जल्द ही बाकी कि 72 वंदे भारत ट्रेनों का प्रोडक्शन भी शुरू किया जाएगा। जर्मनी में लॉन्च हुई थी हाइड्रोजन पॉवर ट्रेनहाइड्रोजन पॉवर से चलने वाली ट्रेन का ट्रेन हाल ही में जर्मनी ने लॉन्च की है। जर्मनी में दुनिया की पहली हाइड्रोजन से चलने वाली यात्री ट्रेनों को लॉन्च किया गया। जर्मनी में अब डीजल से चलने वाली ट्रेनों की जगह अब ये ट्रेनें चलेंगी। हाइड्रोजन पावर्ड ट्रेन बनाने वाली कंपनी एल्सटॉम के अनुसार, हाइड्रोजन से चलने वाली प्रत्येक ट्रेन की क्षमता एक बार में 999 किलोमीटर की दूरी तय करने की होगी। ये ट्रेन 140 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति से चलेगी।
