रंग-रोगन कंपनी जेएसडब्ल्यू भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के आदेश को राष्ट्रीय कंपनी कानून अपील पंचाट (एनसीएलएटी) में चुनौती दे सकती है। कंपनी ने एक बयान भी जारी किया जिसमें कहा गया है ‘हम आयोग के इस आदेश से सहमत नहीं हैं कि एशियन पेंट्स ने अपनी दबदबे वाली स्थिति का दुरुपयोग नहीं किया है। फिलहाल हम इस आदेश की समीक्षा कर रहे हैं और एक स्वतंत्र और निष्पक्ष बाजार के लिए अपने ग्राहकों और डीलरों के हितों की रक्षा की खातिर उचित कदम उठाएंगे।’कंपनी के बयान में यह भी कहा गया है कि सीसीआई का आदेश हमारे इस विचार की भी पुष्टि करता है कि पेंट डीलरों के पास कोई प्रतिकारी क्रय शक्ति नहीं है तथा वे एशियन पेंट्स की कृपा पर निर्भर हैं, इसके उलट नहीं जैसा कि एशियन पेंट्स ने दावा किया है।जेएसडब्ल्यू पेंट्स का यह कदम सीसीआई द्वारा जेएसडब्ल्यू पेंट्स की उस याचिका के निपटारे के बाद सामने आया है, जिसमें कहा गया था कि एशियन पेंट्स ने डेकोरेटिव पेंट्स खंड में उसका प्रवेश रोक दिया है। आयोग ने 8 सितंबर के अपने आदेश में कहा था कि उसका मानना है कि शेष राशि जेएसडब्ल्यू पेंट्स को नहीं मिली है। एशियन पेंट्स यह बताने में सक्षम रही है कि डीलरों के लिए कुछ कार्य प्रणालियां इसलिए अपनाई गई थीं ताकि वह ऐसे डीलरों के साथ व्यापार करने की अपनी शर्तों को आगे बढ़ा सके, न कि जेएसडब्ल्यू पेंट्स को बाजार से दूर रखने के लिए।जेएसडब्ल्यू पेंट्स वर्ष 2019 में सीसीआई के पास गई थी और आरोप लगाया था कि अपना डेकोरेटिव पेंट्स कारोबार शुरू करने के तुरंत बाद एशियन पेंट्स ने उन डीलरों को विवश करना शुरू कर दिया, जो जेएसडब्ल्यू पेंट्स द्वारा निर्मित डेकोरेटिव पेंट्स का स्टॉक करने और उन्हें प्रदर्शित करने के लिए सहमत हो गए थे।
