उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी सड़क परियोजनाओं में से एक गंगा एक्सप्रेसवे का काम जोर शोर से चल रहा है। यह परियोजना उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना में से एक है। इस परियोजना का महत्व इस बात से लगाया जा सकता है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। पश्चिमी यूपी के मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाला यह एक्सप्रेस वे यूपी के 12 जिलों से गुजरेगा।भूमि अधिग्रहण का काम पूराएक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है। अधिकारियों के मुताबिक भूमि अधिग्रहण का काम शत प्रतिशत पूरा हो चुका है और समाशोधन और ग्रबिंग (C&G) काम 56 प्रतिशत से अधिक हो चुका है। यूपी एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को सरकार द्वारा एक्सप्रेसवे के दोनो किनारे औद्योगिक पार्क बनाने की बात चल रही है। मेरठ, हापुड़, बरेली, मुरादाबाद,कानपुर, प्रयागराज और लखनऊ में एक्सप्रेस वे के दोनो तरफ औद्योगिक पार्क बनाने की योजना है।क्या है गंगा एक्सप्रेस वेयूपी सरकार पश्चिमी यूपी को बुंदेलखंड, अवध से जोड़ने के लिए मेरठ से लेकर प्रयागराज तक कुल 593 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है। यह एक्सप्रेस वे यूपी के कुल 12 जिलों से गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से पश्चिमी यूपी और अवध, बुंदेलखंड के बीच की दूरी काफी कम हो जाएगी।चार चरण बनकर होगा तैयारएक्सप्रेस वे को चार चरण में पूरा करने की योजना है। इसमें पहले चरण में 129 किलोमीटर का निर्माण IRB Infrastructure करेगी। दूसरे चरण में 151 किलोमीटर, तीसरे चरण में 155 किलोमीटर और चौथे चरण में 156 किलोमीटर का निर्माण होना है। दूसरे, तीसरे और चौथे चरण के निर्माण का जिम्मा Adani Group को मिला है।
