इंडिगो एयरलाइंस के सह-प्रवर्तक राकेश गंगवाल मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन की 2.8 फीसदी हिस्सेदारी ब्लॉक डील के जरिए करीब 2,000 करोड़ रुपये में बेच सकते हैं। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। 18 फरवरी को गंगवाल ने कंपनी के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि वह अगले पांच साल में धीरे-धीरे हिस्सा घटाएंगे।गंगवाल व उनकी संबंधित इकाइयों के पासर अभी इंटरग्लोब एविएशन की 36.6 फीसदी हिस्सेदारी है। अन्य सह-प्रवर्तक राहुल भाटिया व उनकी संबंधित इकाइयों के पास 38.17 फीसदी हिस्सेदारी है। गंगवाल व भाटिया के बीच दिसंबर 2021 तक करीब 2.5 साल तक विवाद चला।बुधवार को सूत्रों ने कहा, राकेश गंगवाल और उनकी इकाइयों की योजना ब्लॉक डील के जरिये कंपनी की 2.8 फीसदी हिस्सेदारी करीब 1,850 रुपये पर बेचने की योजना है। बुधवार को बीएसई पर इंटरग्लोब एविएशन का शेयर 1,983.95 रुपये पर बंद हुआ। इस तरह से कंपनी का बाजार पूंजीकरण 76,468 करोड़ रुपये बैठता है।एक अन्य सूत्र ने कहा कि उपरोक्त हिस्सेदारी बिक्री का काम तीन इन्वेस्टमेंट बैंक संभाल रहे हैं। ब्लॉक डील तब होता है जब किसी सूचीबद्ध कंपनी के शेयर की वैल्यू 5 करोड़ रुपये से ज्यादा होती है या न्यूनतम 5 लाख शेयर एकबारगी बेचे जाते हैं। इंडिगो व गंगवाल ने इस संबंध में बिजनेस स्टैंडर्ड की तरफ से ईमेल के जरिये भेजी गई प्रश्नावली का जवाब नहीं दिया।भाटिया व गंगवाल के बीच विवाद तब सार्वजनिक हो गया था जब गंगवाल ने जुलाई 2019 में सेबी को पत्र लिखकर कंपनी में कॉरपोरेट गवर्नेंस की कथित खामियों पर हस्तक्षेप की मांग की थी। इस आरोप को भाटिया ग्रुप ने खारिज कर दिया था।
