केन्द्र सरकार कुछ खास तरह के फर्नीचर जैसे मोल्डेड फर्नीचर और खिलौनों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए PLI ( प्रोत्साहन योजना ) शुरू करने पर विचार कर रही है। इससे घरेलू विनिर्माण एवं निर्यात को बढ़ावा मिलेगा तथा नई नौकरियां उत्पन्न होगी। एक सरकारी अधिकारी ने एक समाचार एजेंसी को यह जानकारी देते हुए कहा कि अभी इस प्रस्ताव पर विचार चल रहा है। अधिकारी के मुताबिक सरकार मोल्डेड फर्नीचर और खिलौनों के लिए पीएलआई योजना लाने पर चर्चा चल रही है। अलग-अलग क्षेत्र में दो लाख करोड़ की PLI ला चुकी है सरकार सरकार अब तक वाहन, वाहन कलपुर्जों, दवा, कपड़ा, विशेष इस्पात समेत 14 क्षेत्रों के लिए करीब दो लाख करोड़ रुपये की पीएलआई योजना ला चुकी है। इस योजना का उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा बनाना है। भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद के अध्यक्ष मोहित सिंगला ने कहा कि मोल्डेड फर्नीचर के क्षेत्र में पहले से ही काफी प्रतिस्पर्धा है लिहाजा इस क्षेत्र के लिए पीएलआई योजना लाना एक समझदारी भरा कदम होगा। अनुमानों के मुताबिक फर्नीचर का मौजूदा निर्यात करीब 40 करोड़ डॉलर सालाना का है। इसके वैश्विक बाजार में चीन, जर्मनी, पोलैंड, इटली और वियतनाम की हिस्सेदारी ज्यादा है। पीएलआई (PLI) योजना क्या होता है ? इस योजना का पूरा नाम उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (PLI) है। सरकार द्वार घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने और आयात बिलों में कटौती करने के लिए मार्च 2020 में पीएलआई योजना शुरू की गई थी जिसका उद्देश्य घरेलू इकाइयों में निर्मित उत्पादों की बिक्री में वृद्धि पर कंपनियों को प्रोत्साहन देना है। देश में पीएलआई स्कीम के लिए 13 क्षेत्रों का चुनाव किया गया था। इनमें ऑटोमोबाइल, लैपटॉप, मोबाइल फोन और दूरसंचार उपकरण, व्हाइट गुड्स इंडस्ट्री, रासायनिक सेल, टेक्सटाइल, फूड प्रोडक्शन सहित आईटी हार्डवेयर जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इसके तहत भारत में विदेशी कंपनियों को आमंत्रित करने के साथ साथ स्थानीय कंपनियों को मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों की स्थापना या विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित करना भी है।
