रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहयोगी कंपनी रिलायंस रिटेल ब्रिटिश रिटेलर मार्क्स ऐंड स्पेंसर (एमऐंडएस) के साथ एक संयुक्त उपक्रम स्थापित करने के अंतिम चरण में है।
इस प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों ने कहा है कि हालांकि अभी इस सौदे पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं, लेकिन अगले महीने इस भागीदारी समझौते को औपचारिक रूप दिया जा सकता है।
एमऐंडएस की इस उपक्रम में बहुलांश हिस्सेदारी हो सकती है और इस भागीदारी की अंतिम रूपरेखा तैयार की जा रही है। भारत में सिंगल-ब्रांड रिटेल में 51 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और कैश-ऐंड-कैरी परिचालनों में 100 प्रतिशत निवेश की अनुमति है। विदेशी कंपनियों और निवेशकों के लिए मल्टी-ब्रांड रिटेल की अनुमति हासिल नहीं है।
जब इस बारे में रिलायंस रिटेल के प्रवक्ताओं से संपर्क किया गया तो उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। एमऐंडएस के प्रवक्ताओं की ओर से भी इस संबंध में किसी तरह की प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं की जा सकी है।
ब्रिटेन के खाद्य, कपड़ा और घरेलू उत्पाद रिटेलरों में से एक एमऐंडएस के कर्मचारियों की संख्या 75 हजार है और ब्रिटेन में 600 स्टोरों के साथ-साथ पूरे विश्व के 39 क्षेत्रों में इसके 275 स्टोर मौजूद हैं।
भारत में कंपनी दर्जनों स्टोर चलाती है। कंपनी इंडोनेशिया के अनिवासी भारतीय बी. पी. शर्मा के साथ एक फे्रंचाइजी समझौते के तहत यहां ये स्टोर चलाती है। शर्मा कॉफी चेन स्टारबक्स को देश में लाने की कोशिश के लिए सुर्खियों में रहे हैं। शर्मा एमऐंडएस फे्रंचाइजी चलाने वाली कंपनी प्लेनेट रिटेल के प्रवर्तक भी हैं। अभी तक इस गठजोड़ के भविष्य को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है।
एमऐंडएस भारत में अपना कारोबार बढ़ाना चाहती है, जहां रिटेलिंग का सालाना तकरीबन 28,000 करोड़ रुपये का बाजार है। कंपनी ने अपनी मौजूदगी बढ़ाने और बड़े बाजार अवसरों की तलाश करने का फैसला किया है। कंपनी इस रणनीति के तहत अपने उत्पादों की कीमतों में 40 प्रतिशत तक की कटौती कर बड़े बाजारों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।