उत्तर प्रदेश के नोएडा में प्रस्तावित विश्व स्तरीय फिल्म सिटी के निर्माण के लिए योगी सरकार फिर से निविदाएं आमंत्रित करेगी। निविदा की शर्तों में ढील देते हुए निवेशकों को राहत दी जाएगी। इससे पहले बीते महीने फिल्म सिटी के निर्माण में बड़ी कंपनियों के रुचि न दिखाने के चलते निविदा प्रक्रिया को निरस्त किया गया था। पिछली बार निविदा प्रक्रिया में किसी भी वैश्विक कंपनी ने हिस्सा नहीं लिया था और भारतीय कंपनियों में से भी महज कुछ ने ही रुचि दिखायी। समूची प्रक्रियां में केवल एक ही कंपनी ने आगे तक प्रक्रिया में हिस्सा लिया था। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के सेक्टर 21 में प्रस्तावित अंतरर्राष्ट्रीय फिल्म सिटी के लिए बीते 4 जुलाई को तकनीकी निविदा खोली गयी थी। मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर पिछले साल 23 नवंबर को वैश्विक निविदा निकाली गई थी। निविदा की शर्तों के मुताबिक 30 जून तक आवेदन टेंडर जमा करने थे और 4 जुलाई को तकनीकी निविदा खोली गई थी। उम्मीदों के विपरीत किसी भी वैश्विक कंपनी ने इसमें भाग नहीं लिया और केवल एक कंपनी अंकित इलेक्ट्रिकल्स ने निविदा जमा की थी। उक्त कंपनी ने भी निविदा का शुल्क और प्रोसेसिंग फीस नहीं जमा की जिसके चलते 6 जुलाई को यह प्रक्रिया निरस्त कर दी गई। अब यमुना एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण और औद्योगिक विकास विभाग ने नए सिरे से शर्तें तय करने के बाद एक बार फिर से निविदा आमंत्रित करने का फैसला किया है। अधिकारियों के मुताबिक निविदा पूर्व रुचि दिखाने वाली कंपनियों को कम समय के लिए लीज पर जमीन दिए जाने को लेकर आपत्ति थी। अब नयी शर्तों के मुताबिक लीज की अवधि बढ़ायी जा सकती है। इसके साथ ही निवेशकों को कुछ और भी राहत देने का फैसला किया जा सकता है। नई उदार शर्तें आने से माना जा रहा है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कंपनियां टेंडर डालेंगी और फिल्म सिटी बनाने का काम उपयुक्त व अनुभवी कंपनी को मिल सकेगा। नोएडा फिल्म सिटी की परियोजना रिपोर्ट के मुताबिक पहले चरण में फिल्म स्टूडियो, खुला एरिया, ए यूजमेंट पार्क, विला आदि तैयार किए जाएंगे। प्राधिकरण अधिकारियों का कहना है कि पहले ही चरण में फिल्म शूटिंग से जुड़ा 80 फीसदी हिस्सा तैयार कर लिया जाएगा। उसके बाद हॉस्पिटैलिटी, रिजॉर्ट व अन्य व्यापारिक गतिविधियों को विकसित किया जाएगा। तीसरे चरण में रिटेल डेवलपमेंट होगा। यमुना सिटी में 6,000 करोड़ रुपये की लागत से 1,000 एकड़ में फिल्म सिटी तैयार होगी। इस फिल्म सिटी में करीब 15,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। अधिकारियों का कहना है कि इस फिल्म सिटी का एक बड़ा हिस्सा डिजिटल टेक्नोलॉजी से जुड़ा होगा। फिल्मों में डिजिटल माध्यमों के बढ़ते चलन के कारण इस फिल्म सिटी को इन्फोटेनमेंट सिटी कहा जाएगा। राज्य की इस पहली फिल्म सिटी में सीरियल व फिल्मों की शूटिंग के विशेष स्टूडियो, एनिमेशन, वेब सीरीज, कार्टून फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, डिजिटल मीडिया आदि के लिए सभी जरूरी सुविधाएं दी जाएंगी। फिल्म प्रोडक्शन स्टूडियो, आउटडोर लोकेशन, स्पेशल इफेक्ट स्टूडियो, होटल, क्लब हाउस, गांव, वर्कशॉप, टूरिस्ट ऐंड एंटरटेनमेंट, शॉपिंग कांप्लेक्स, फूड कोर्ट, एम्यूजमेंट पार्क, कन्वेंशन सेंटर व पार्किंग भी फिल्म सिटी में बनेंगे। नोएडा फिल्म सिटी में जहां थ्री डी स्टूडियो व 360 डिग्री पर घूमने वाले सेट होंगे वहीं साउंड रिकॉर्डिंग, एडिटिंग व एनिमेशन के लिए स्टूडियो भी बनेंगे। फिल्म सिटी में एक फिल्म विश्वविद्यालय भी बनेगा जहां स्टूडेंट फिल्म निर्माण की आधुनिक तकनीकों की शिक्षा पा सकेंगे। यहां पर फिल्मों से जुड़े विषयों पर शोध भी होगा। विज्ञापन फिल्मों को बनाने की तकनीक बतायी जाएगी। फिल्म टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विशेष स्टूडियो बनाए जाएंगे।
