प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज हरियाणा के पानीपत में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के दूसरी पीढ़ी के एथनॉल संयंत्र का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस संयंत्र से प्रदूषण में कमी आएगी, जो पराली जलाने की वजह से दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और हरियाणा में होता है। उन्होंने कहा कि देश भर में इस तरह के और संयंत्र लगाए जाएंगे, जिससे हरित रोजगार का सृजन होगा साथ ही साथ किसानों के हाथों में और भी ज्यादा धन आएगा। 900 करोड़ रुपये की लागत से तैयार आईओसी के संयंत्र को राष्ट्र को समर्पित करते हुए मोदी ने कहा, ‘पिछले 7 से 8 वर्षों में एथनॉल मिश्रण बढ़ाकर कम से कम 50,000 करोड़ रुपये विदेशी मुद्रा बचाई गई है और करीब इतनी ही राशि किसानों के हाथ में पहुंची है। बायोफ्यूल प्लांट एक शुरुआत है। इससे दिल्ली एनसीआर और पूरे हरियाणा में प्रदूषण से बचा जा सकेगा।’ 2014 में पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण बमुश्किल 1.4 प्रतिशत था, जबकि 2022 में 10.16 प्रतिशत मिश्रण किया जा रहा है, जो लक्ष्य से कहीं ज्यादा है। देश ने 2025 तक 20 प्रतिशत मिश्रण का लक्ष्य रखा है। मोदी ने कहा, ‘पराली जलाने से सिर्फ नुकसान होता था, जो अब किसानों की आमदनी का स्रोत बनेगा। मैं इस बात से खुश हूं कि देश के विभिन्न इलाकों में इस तरह के कई हरित ऊर्जा संयंत्र लग रहे हैं।’ भविष्य में दूसरी पीढ़ी (2जी) तकनीक के तहत आने वाले संयंत्रों में बठिंडा, पंजाब (हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन या एचपीसीएल), बरगढ़, ओडिशा (भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन या बीपीसीएल), नुमालीगढ़, असम (नुमालीगढ़ रिफाइनरी), और दावानगर (मंगलूर रिफाइनरी ऐंड पेट्रोकेमिकल्स या एमआरपीएल) शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल के माध्यम से हरित रोजगार भी पैदा होगा। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कुछ महीने पहले हमने 10 प्रतिशत मिश्रण का फैसला किया था। किसानों के समर्थन से हमने इस लक्ष्य को समय से पहले हासिल कर लिया। 8 साल पहले हम 40 करोड़ लीटर एथनॉल उत्पादन करते थे और अब करीब 400 करोड़ लीटर उत्पादन करते हैं। इससे किसानों को भारी लाभ हुआ है।’ उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की वजह से गरीबी रेखा के नीचे जीनन यापन करने वाले परिवारों की जिंदगी में बड़ा बदलाव आया है। मोदी ने कहा, ‘2014 में हमारी करीब 50 प्रतिशत आबादी चूल्हे के प्रदूषण से प्रभावित थी। अब हमने करीब 100 प्रतिशत एलपीजी कवरेज का लक्ष्य हासिल कर लिया है और करीब 9 करोड़ कनेक्शन गरीब परिवारों को दिए गए हैं।’ उन्होंने यह भी कहा कि सिटी गैस नेटवर्क की पहुंच भी 800 सीएनजी स्टेशनों से बढ़कर अब 4,500 स्टेशन हो गई है और पहले जहां कुछ लाख परिवारों को पाइप से गैस कनेक्शन मिलता था, अब 1 करोड़ से ज्यादा परिवार इसके दायरे में हैं। ईंधन के दाम पर उन्होंने कहा, ‘कोई भी स्वार्थ वाली राजनीति के कारण मुफ्त पेट्रोल व डीजल देने की बात कर सकता है। इस तरह की स्वार्थपूर्ण योजनाएं ईमानदार करदाताओं पर बोझ होती हैं। इससे हमारे बच्चं के अधिकार छिनेंगे।’
